छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का ‘गौ सत्याग्रह’: अवारा मवेशियों की समस्या पर राज्यभर में प्रदर्शन
August 16, 2024रायपुर । छत्तीसगढ़ में धान की फसल के सीजन में किसानों को मवेशियों की वजह से हो रही परेशानियों के खिलाफ कांग्रेस ने प्रदेशभर में ‘गौ सत्याग्रह’ किया। शुक्रवार को राजधानी सहित सभी जिला मुख्यालयों में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने अवारा मवेशियों की समस्या को लेकर प्रदर्शन किया। कांग्रेस ने सड़कों पर घूम रहे मवेशियों को पकड़कर सरकारी अधिकारियों के दफ्तरों में ले जाने का प्रयास किया।
राजधानी रायपुर में यह प्रदर्शन तेज बारिश के बीच शुरू हुआ। कांग्रेस भवन से निकली रैली का नेतृत्व प्रदेश कांग्रेस कमेटी (PCC) के प्रमुख दीपक बैज ने किया। वरिष्ठ नेता सत्यनारायण शर्मा और अमितेश शुक्ल भी इस रैली में शामिल हुए। कांग्रेसियों का इरादा था कि वे कलेक्टोरेट में मवेशियों को बांधेंगे, लेकिन पुलिस ने उन्हें आकाशवाणी चौक पर ही रोकने की तैयारी कर रखी थी।
आकाशवाणी चौक पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच तीखी झड़प हुई। PCC प्रमुख दीपक बैज खुद बैरिकेड्स तोड़ने की कोशिश करते नजर आए। हालांकि, कुछ देर की झूमा-झटकी के बाद यह प्रदर्शन वहीं समाप्त हो गया। दीपक बैज ने इस मौके पर गौवंश की रक्षा के लिए आंदोलन जारी रखने का संकल्प लिया और कहा कि गौठानों के बंद होने से अवारा मवेशियों की समस्या बढ़ी है, जिससे गौवंश की मौतें हो रही हैं।
धमतरी में नगर पंचायत कार्यालय का घेराव
धमतरी में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गौ सत्याग्रह के तहत आमदी नगर पंचायत कार्यालय का घेराव किया। यहां पूर्ववर्ती सरकार की गोधन न्याय योजना को बंद करने का विरोध किया गया। कांग्रेसियों ने बीजेपी सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और पुलिस अधिकारियों के साथ बहस भी हुई। विधायक ओंकार साहू भी इस प्रदर्शन में शामिल रहे।
बिलासपुर में मवेशी लेकर निकाली रैली
बिलासपुर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने विधायक अटल श्रीवास्तव, पूर्व विधायक शैलेश पांडेय और महापौर रामशरण यादव के नेतृत्व में गौ सत्याग्रह के तहत रैली निकाली। कांग्रेस भवन से नेहरू चौक तक मवेशियों के साथ प्रदर्शन किया गया।
कांकेर में मवेशी पकड़ते दिखे कांग्रेसी
कांकेर में कांग्रेस कार्यकर्ता सड़कों पर मवेशियों को पकड़ते नजर आए। कलेक्ट्रेट घेरने की कोशिश के दौरान पुलिस ने कांग्रेसियों को बैरिकेड्स लगाकर रोका। थोड़ी देर की झूमा-झटकी के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने गौठानों को फिर से चालू करने की मांग करते हुए अपना प्रदर्शन समाप्त किया।