पूरे प्रदेश में उर्वरकों का संकट : कांग्रेस
August 2, 2024भाजपा का डी.एन.ए किसान विरोधी : दीपक बैज
रायपुर । राज्य में मानसून की भारी बारिश के बाद पूरे प्रदेश में रोपा, बियासी का काम जोरो पर है, लेकिन सरकार की लापरवाही के कारण किसान उर्वरकों के लिये परेशान हो रहे है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि भाजपा का डी.एन.ए किसान विरोधी है। वह जब-जब सरकार में रहती है किसान को परेशान करने की नीयत से फैसले लेती है। भारतीय जनता पार्टी सरकार की अकर्मण्यता और संवेदनहीनता के चलते छत्तीसगढ़ के किसान खाद और बीच के लिए भटक रहे हैं। खरीफ सीजन 2024-25 के लिए जो खाद और बीज डबल लॉक के गोदामों में रखे गए हैं, वहां से सिंगल लॉक की सोसाइटियों तक पहुंचाने के लिए परिवहन की व्यवस्था नहीं है। छत्तीसगढ़ के लगभग 80 प्रतिशत सोसाइटीयों में खाद और बीज के पर्याप्त स्टॉक नहीं है। अनेकों स्थानों पर पूर्व के परिवहन ठेकेदारों से किए गए निविदा को खत्म कर दिया गया है, लेकिन भारी भरकम कमिशन मांगे जाने के चलते नए परिवहनकर्ता रूचि नहीं दिखा रहे हैं, जिसका खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है।
दीपक बैज ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार का पूरा फोकस केवल भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी में है, किसानों की समस्याओं से भाजपा नेताओं का कोई सरोकार नहीं है। पहले मोदी सरकार ने खाद सब्सिडी में भारी भरकम कटौती की, फिर भूमि सुधार के कार्यक्रम से छत्तीसगढ़ को उपेक्षित रखा, अब छत्तीसगढ़ में भाजपा की सरकार आने के बाद खाद और बीज के लिए किसानों को तरसाया जा रहा है। पूर्ववर्ती कांग्रेस की सरकार के समय जैविक खेती के लिए रियायती दरों पर वर्मी कंपोस्ट और सुपर कंपोस्ट की जो व्यवस्था थी उसको भी साय सरकार ने षडयंत्र पूर्वक बाधित करने का काम किया है। असलियत यही है कि भारतीय जनता पार्टी के नेता नहीं चाहते कि छत्तीसगढ़ के किसान भरपूर पैदावार ले सके।
उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार आने के बाद से छत्तीसगढ़ में निजी और सरकारी खाद, बीज और कीटनाशक के गोदामों में स्टॉक का भौतिक सत्यापन और जांच बंद है। छत्तीसगढ़ में विगत 6 महीनों से खाद, बीज के सैंपल जांच के प्रयोगशाला अघोषित तौर पर बंद कर दिए गए हैं। भ्रष्टाचार और कमीशनखोरी के लिए कोचिए, बिचौलियों, मिलावटखोर और जमाखोरों को भाजपा नेताओं का सरंक्षण प्राप्त है। खाद, बीज और कीटनाशकों के गुणवत्ता में कमी न केवल अपराध है, बल्कि महापाप है। अन्नदाता किसान भरपूर पैदावार लेने के लिए जी तोड़ मेहनत करता है, यदि बीज ही अमानक निकल जाए, एक्सपायरी नैनो यूरिया किसानों को बेचा जाए तो पैदावार में होने वाले नुकसान के लिए कौन जिम्मेदार है? भारतीय जनता पार्टी की साय सरकार तत्काल अमानक बीज और नकली खाद से किसानों को हुए नुकसानी का मूल्यांकन करा करके किसानों को हुई क्षति का उचित मुआवजा दे।