देवर और देवरानी ने ही वृद्धा को ठगा, बागेश्वर धाम के दर्शन करवाने के नाम पर करवा ली जमीन की रजिस्ट्री
August 2, 2024छतरपुर, बड़ामलहरा। बड़ामलहरा तहसील के ग्राम कर्री पटवारी हल्का में अनूठी ठगी का मामला सामने आया है। यहां एक बुजुर्ग महिला से उसके ही रिश्तेदारों ने इलाज और बागेश्वर धाम के दर्शन के नाम पर जमीन की रजिस्ट्री अपने नाम करवा ली।पुलिस के अनुसार विश्वकर्मा परिवार की ढाई एकड़ भूमि का है। परिवार जनों ने जबलपुर से विधवा को इलाज करवाने एवं बागेश्वर धाम दर्शन करवाने के नाम से बुलवाया और बिजावर जाकर ढाई एकड़ खेती की जमीन की रजिस्ट्री करवा ली।
पटवारी ने बताया कि रजिस्ट्री तो हो गई
जब महिला वापस जबलपुर पहुंची तो उसने अपने बेटा और नाती बहू को इस बारे में बताया। इसके बाद तुरंत परिवारजन कर्री ग्राम पहुंचे। यहां पर पटवारी से पूछा तो पता चला कि जमीन की रजिस्ट्री हो चुकी थी। इसके बाद एडवोकेट संगीता अवस्थी ने आवेदन लगवा कर तहसीलदार से जमीन का नामांतरण रोकने की मांग की है।
लक्ष्मी बाई पति स्वर्गीय लक्ष्मण प्रसाद विश्वकर्मा मूल निवासी कर्री अभी जबलपुर रहने लगा है I मजदूरी एवं काम करते हुए उनका बेटा, बेटी बहू के साथ पूरा परिवार वहीं रहने लगा है। जमीन मालिक लक्ष्मीबाई 85 वर्ष की हो गई है उसे सुनाई भी नहीं देता है I उसी के परिवार की देवरानी रुक्मण पति संतोष विश्वकर्मा जबलपुर से वृद्धा को कर्रीग्राम लाई वृद्धा को झांसा दिया कि जमीन के पैसे मिलेंगे जो इलाज के काम आ जाएंगे। उन्हें बिजावर तहसील में रजिस्टार के पास ले गए एवं अंगूठा निशानी करवा कर ढाई एकड़ जमीन अपना नाम करा ली। 26 जुलाई को बिजावर से रजिस्ट्री करवाई। देवरानी रुक्मण एवं देवर संतोष विश्वकर्मा ने झांसा देकर कहा कि अब तुम जबलपुर चली जाओ कुछ दिनों में पैसा आ जाएगा।
वृद्धा इसके बाद जबलपुर चली गई। जब बेटों ने पूछताछ की तो उन्हें संदेह हुआ। इसके बाद बड़ामलहरा कर्री पटवारी हल्का से जानकारी प्राप्त की। खसरा क्रमांक 403 एक एवं 404 405 नंबरों की नकल निकलवाई एवं तहसीलदार के पास आपत्ति लगा दी। भूमि मालिक लक्ष्मी पति लक्ष्मण विश्वकर्मा ने बताया कि मेरी देवरानी एवं देवर ने बहुत बड़ा धोखा देकर मुझे अंगूठा निशानी लगवा कर मेरी जमीन छीन ली है।
मामले में आपत्ति लग जाने पर अब नामांतरण नहीं होगा जमीन पुनः जमीन मालिक को दी जाएगी।
विशंभर मरावी, तहसीलदार