वायनाड भूस्खलन हादसा: वायनाड हादसे में अब तक 143 लोगों की मौत, सेना ने 1,000 लोग बचाए, जानिए क्यों होता है भूस्खलन
July 31, 2024केरल के वायनाड जिले में मेप्पाडी के पास पहाड़ी इलाकों में हुए भूस्खलन में मरने वाले लोगों की संख्या 143 हो गई है. मलबे में अब भी बहुत सारे लोग दबे हुए हैं, जिन्हें रेस्क्यू करने के लिए भारतीय सेना, NDRF, SDRF, भारतीय नौसेना और वायु सेना की टीमें और स्थानीय लोग जुटे हुए हैं. भारतीय सेना ने अस्थायी पुल बनाकर प्रभावित इलाके से 1,000 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू किया है. मलबे में से लगातार शव मिल रहे हैं, जिससे माना जा रहा है कि मरने वालों की संख्या अभी और ज्यादा बढ़ सकती है. चिंता की बात लगातार खराब हो रहा मौसम भी बन रहा है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने प्रभावित इलाके में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है, जिससे हालात और ज्यादा बदतर होने का डर पैदा हो गया है. पश्चिम बंगाल के राज्यपाल भी प्रभावित इलाके में रेस्क्यू ऑपरेशन का जायजा लेने पहुंचे हैं. उधर, वायनाड से कांग्रेस सांसद राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी का दौरा खराब मौसम के कारण टाल दिया गया है. इसे भारत के इतिहास में भूस्खलन की सबसे भयानक घटनाओं में से एक माना जा रहा है.।