वायनाड जिले में भारी बारिश के बाद भूस्खलन: 12 लोगों की मौत, कई लोगों के दबने की आशंका, PM मोदी जताया दुख, मुआवजे का किया एलान, हेल्पलाइन नंबर जारी
July 30, 2024केरल । वायनाड जिले में भारी बारिश के बाद भूस्खलन हुआ है, जिसमें सैकड़ों लोगों के दबे होने की आशंका जताई गई है. ये हादसा वायनाड जिले के मेप्पडी, मुंडक्कई टाउन और चूरल माला में आज मंगलवार (30 जुलाई) तड़के हुआ. स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है कि भूस्खलन की चपेट में आकर 12 लोगों की मौत हुई है. हालांकि, जिला प्रशासन ने पुष्टि की है कि चार लोगों की मौत हुई है, जिसमें एक बच्चा भी शामिल है।
भूस्खलन की चपेट में आकर घायल हुए 50 लोगों को अस्पताल में भर्ती किया गया है. भारी बारिश के दौरान रात करीब एक बजे मुंडक्कई टाउन में पहला भूस्खलन हुआ. मुंडक्कई में अभी बचाव अभियान चल रहा था, तभी सुबह करीब 4 बजे चूरल माला में एक स्कूल के पास दूसरा भूस्खलन हुआ. एक शिविर के रूप में चल रहे स्कूल और आस-पास के घरों और दुकानों में भूस्खलन के चलते पानी और कीचड़ भर गया. फिलहाल रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है. मेडिकल ऑफिसर ने बताया कि WIMS मेडिकल कॉलेज के मुताबिक, 48 लोगों का इलाज चल रहा है और अब तक 4 शव यहां लाए जा चुके है।
केरल मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) ने बताया है कि हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिए गए हैं और वायुसेना को रेस्क्यू ऑपरेशन में लगा दिया गया है. सीएमओ ने कहा, “भारी बारिश के बाद वायनाड में भूस्खलन हुआ है. हेल्थ डिपार्टमेंट- नेशनल हेल्थ मिशन ने कंट्रोल रूम खोल दिया है और आपातकालीन सहायता के लिए 9656938689 और 8086010833 हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिए गए हैं. वायुसेना के दो हेलिकॉप्टर एमआई-17 और एक एएलएच रवाना हो गए हैं।”
स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा है कि सभी अस्पतालों को मरीजों के लिए इलाज के लिए अलर्ट कर दिया गया है. उन्होंने कहा, “वायनाड में हुए भूस्खलन के बाद आपातकालीन स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी कर दिए गए हैं. वैथिरी, कलपट्टा, मेप्पडी और मननथावाडी अस्पताल सहित सभी हॉस्पिटल मरीजों के इलाज के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. रात में ही सभी स्वास्थ्य कर्मी मदद के लिए पहुंचे चुके हैं. वायनाड में स्वास्थ्य कर्मियों की अधिक टीमें तैनात की जाएंगी।”
केरल राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (केएसडीएमए) ने बताया कि दमकल विभाग और एनडीआरएफ की टीमों को भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र में तैनात किया गया है. केएसडीएमए ने बताया कि बचाव अभियान में मदद के लिए कन्नूर रक्षा सुरक्षा कोर की दो टीमों को भी वायनाड रवाना किया गया है. प्रभावित इलाकों के लोगों ने सैकड़ों लोगों के भूस्खलन के मलबे में दबे होने की जानकारी दी है. अधिकारियों ने कहा है लगातार जारी भारी बारिश के कारण बचाव अभियान में बाधा आ रही है।
मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा है कि सभी सरकारी एजेंसियां भूस्खलन के मद्देनजर खोज और बचाव अभियान में शामिल हो गई हैं. उन्होंने एक बयान में कहा कि बचाव अभियानों का समन्वय किया जाएगा और राज्य के मंत्री रेस्क्यू ऑपरेशन का नेतृत्व करने के लिए वायनाड पहुंच रहे हैं. उन्होंने कहा कि वायनाड जिले में भूस्खलन और बारिश की वजह से आई आपदाओं के मद्देनजर, स्वास्थ्य विभाग (राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन) ने एक कंट्रोल रूम खोला है।
मौसम विभाग ने केरल में बारिश का अलर्ट भी जारी कर दिया है. आईएमडी ने बताया है कि ज्यादातर जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है. कुछ हिस्सों में भारी से बहुत ज्यादा भारी बारिश हो सकती है. अगले तीन घंटों में केरल में छिटपुट गरज के साथ बारिश, बिजली गिरने और तेज हवाएं चलने की संभावना है. वायनाड में भी बारिश का अनुमान जताया गया है, जिसकी वजह से रेस्क्यू ऑपरेशन में बाधा पैदा हो सकती है।
पीएम मोदी ने किया मुआवजे का ऐलान, भूस्खलन हादसे पर जताया दुख: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केरल में हुए भूस्खलन हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त की है. उन्होंने मुआवजे का ऐलान भी किया है. पीएम मोदी ने कहा, “वायनाड के कुछ हिस्सों में हुए भूस्खलन से दुखी हूं. मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है और जो घायल हुए हैं, उनके लिए प्रार्थना कर रहा हूं. सभी प्रभावित लोगों की मदद के लिए बचाव अभियान फिलहाल चल रहा है. केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन से बात की है और वहां के मौजूदा हालात के मद्देनजर केंद्र की ओर से हरसंभव मदद का आश्वासन भी दिया है।”
पीएम मोदी की तरफ से मुआवजे का ऐलान भी किया गया है. प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा, “वायनाड में भूस्खलन में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों को पीएमएनआरएफ से 2 लाख रुपये अनुग्रह राशि के तौर पर दिए जाएंगे. घायलों को 50 हजार रुपये मुआवजे के तौर पर मिलेंगे।”
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केरल में हुए भूस्खलन पर दुख जताया है. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर कहा, “मैं वायनाड में मेप्पडी के पास हुए भारी भूस्खलन से बहुत दुखी हूं. मेरी हार्दिक संवेदना उन शोक संतप्त परिवारों के प्रति है, जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है. मुझे उम्मीद है कि जो लोग अभी भी फंसे हुए हैं, उन्हें जल्द ही सुरक्षित निकाल लिया जाएगा।”
राहुल ने कहा, “मैंने केरल के मुख्यमंत्री और वायनाड जिला कलेक्टर से बात की है, जिन्होंने मुझे आश्वासन दिया कि बचाव अभियान चल रहा है. मैंने उनसे सभी एजेंसियों के साथ समन्वय सुनिश्चित करने, एक कंट्रोल रूम स्थापित करने और राहत प्रयासों के लिए जरूरी किसी भी मदद के बारे में हमें सूचित करने का अनुरोध किया है. मैं केंद्रीय मंत्रियों से बात करूंगा और उनसे वायनाड को हर संभव सहायता प्रदान करने का अनुरोध करूंगा. मैं सभी यूडीएफ कार्यकर्ताओं से बचाव और राहत कार्यों में प्रशासन की सहायता करने का आग्रह करता हूं।”