छत्तीसगढ़: कर्मचारी-अधिकारी फेडरेशन ने किया अगस्त क्रांति का ऐलान
July 28, 2024रायपुर । छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन ने “लेकर रहिबो लेकर रहिबो, मोदी की गारंटी लेकर रहिबो” और “अब नई सहिबो अब नई सहिबो मोदी की गारंटी लेकर रहिबो” के नारों के साथ अगस्त क्रांति का ऐलान कर दिया है। संयोजक कमल वर्मा, सचिव राजेश चटर्जी, प्रवक्ता जी.आर. चंद्रा और चंद्रशेखर तिवारी ने बताया कि 6 अगस्त को इंद्रावती भवन (संचालनालय) से महानदी भवन (मंत्रालय) तक दोपहर 2 बजे से मशाल रैली आयोजित कर फेडरेशन प्रदर्शन करेगा।
फेडरेशन ने चार स्तरीय आंदोलन की घोषणा की है:
प्रथम चरण: 6 अगस्त को इंद्रावती भवन से महानदी भवन तक मशाल रैली।
द्वितीय चरण: 20 से 30 अगस्त तक सांसदों एवं विधायकों को ज्ञापन।
तृतीय चरण: 11 सितंबर को जिला/ब्लॉक/तहसीलों में मशाल रैली का आयोजन।
चौथा चरण: 27 सितंबर को सामूहिक अवकाश लेकर जिलों में धरना-प्रदर्शन।
यदि सरकार ने कर्मचारियों के हित को नजरअंदाज किया, तो फेडरेशन अनिश्चितकालीन हड़ताल का निर्णय लेने बाध्य होगा। यह निर्णय फेडरेशन की प्रांतीय बैठक में लिया गया है।
फेडरेशन की मांगें
भाजपा के घोषणा पत्र अनुसार प्रदेश के कर्मचारियों को केंद्र के समान 1 जनवरी 2024 से महंगाई भत्ता में 4% वृद्धि कर 50% डी ए स्वीकृत करना।
प्रदेश के कर्मचारियों को जुलाई 2019 से देय महंगाई भत्तों के एरियर्स राशि का समायोजन जीपीएफ खाते में जमा करना।
प्रदेश के शासकीय सेवकों को चार स्तरीय समयमान वेतनमान देना।
केंद्र के समान गृह भाड़ा भत्ता।
मध्यप्रदेश सरकार की तरह अर्जित अवकाश नगदीकरण 240 दिन के स्थान पर 300 दिन करना।
फेडरेशन की बैठक में उपस्थित पदाधिकारी
बैठक में बी.पी. शर्मा, युधेश्वर सिंह ठाकुर, सतीश मिश्रा, मूलचंद शर्मा, आर.के. रिछारिया, रोहित तिवारी, पंकज पाण्डेय, डॉ. दिलीप झा, विजय लहरे, सत्येन्द्र देवांगन, ऋतु परिहार, जय कुमार साहू, योगेश चौरे, अश्वनी चेलक, डॉ. अशोक पटेल, ईश्वर चंद्राकर, सुमन शर्मा, डॉ. सविनाश लाल, प्रकाश ठाकुर, प्रदीप वर्मा, डॉ. जी.के. देशमुख, संतोष वर्मा, उमेश मुदलियार, अशोक पाटिल, जगदीप बजाज, दानेश्वर साहू, सोनाली तिड़के, संदीप शर्मा, आलोक नगपुरे, कमलेश बिसेन, लोकेश वर्मा, सुनील यादव, संजीत शर्मा, सतीश तिवारी, उमा शर्मा, विजय राव, संजय शर्मा, मनोज साहू, पोषण वर्मा, प्रकाश ठाकुर, हेमंत साहू, डॉ. विनीता ध्रुवे, डॉ. पंकज वर्मा सहित घटक संगठनों के प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित रहे।