कोरबा ब्रेकिंग: नवजात समेत कई घंटो तक फंसे महिलाओ को पुलिस ने सुरक्षित निकाला
July 25, 2024कोरबा, 25 जुलाई I जिले के अंतिम छोर में स्थित बगदेवा पथरापाली में भी वर्षा का कहर देखने को मिला। यहां बाढ़ जैसे हालात बन गए और कई मकान में पानी भर गया। इसकी जानकारी रतनपुर थाना में दी और 112 की टीम बचाव के लिए रवाना हुई। यहां कोशिल्या बाई के मकान में करीब चार फिट पानी भर गया, पानी धीरे धीरे निकल जायेगा सोच कर घर अन्य सदस्यों के साथ छत में चले गए थे।
यहां एक नवजात समेत कई महिलाएं घंटों फंसे रहे। मौके पर पहुंचे आरक्षक बसंत दास मानिकपुरी ने तत्काल पानी को पार कर नवजात शिशु सहित सभी लोगो को सुरक्षित घर से बाहर निकाला। बिजली आपूर्ति हाेने करंट का खतरा था। इसके बावजूद पुलिसकर्मी ने जान जोखिम में डाल लोगाें की जान बचाई। बताया जा रहा क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश से बगदेवा में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. जिसके कारण ग्राम कोरबी सहित कई गांव से संपर्क टूट गया है। बताना होगा कि खोन्द्रा जंगल का वर्षा जल बगदेवा पुल में जलस्तर धीरे-धीरे खतरे के निशान को छूने लगा है।
ग्रामीणों ने बताया कि वर्षा क्षेत्र में भारी नुकसान हुआ है। बगदेवा से कोरबी जाने के लिए एक मात्र सड़क है जिसके पुल पर करीब आठ फीट ऊपर पानी चल रहा है। बगदेवा के स्वामी दास महंत ने बताया की मेरा घर और तीन दुकान पानी में डूब चूका है मेरा लाखो का नुकसान हो गया।
राधासागर तालाब का टूटा तटबंध
झमाझम हुई वर्षा ने पाली विकासखंड के विभिन्न स्थानों में जमकर नुकसान पहुंचाया है। ग्राम पोटापानी के आश्रित मोहल्ला बरहामुड़ा स्थित तालाब का तटबंध टूटने से आसपास खेतों में पानी भर गया। वहीं पाली मुख्य मार्ग स्थित पुराना बस स्टैंड के पास की पांच से अधिक दुकानों में पानी घुस गया। इससे दुकानों में रखा सामान खराब हो गया। दुकानदारों ने सरकार से नुकसान का आंकलन कराकर राहत राशि देने की मांग की।
दुकानदारों ने बताया कि दुकानों से सामान निकालने का मौका ही नहीं मिला। इतना तेज बहाव था कि दुकानों से भाग कर सुरक्षित जगह जाना मुनासिब समझा। उन्होंने नगर कमेटी पर आरोप लगाया कि नगर कमेटी पानी के निकासी के प्रबंधों के बड़े दावे करती है, लेकिन जोरदार बारिश में सभी दावे हवाई साबित होते हैं। मंगलवार की दिन भर दुकानों से सामान बाहर निकलने में जुटे रहे। दुकानदारों ने कहा कि चुनाव से पूर्व कई दलों के नेता मुख्य बाजार में आते थे। अब नुकसान होने पर कोई भी देखने नहीं पहुंचा। दुकानदारों ने सरकार से मांग की कि जल्द नुकसान का आकलन कराकर मदद की जाए।