सांसदों के शपथग्रहण के साथ 18वीं लोकसभा के पहले सत्र की शुरुआत
June 24, 2024नई दिल्ली । 18वीं लोकसभा के पहले सत्र की शुरुआत हो चुकी है। तीन जुलाई तक चलने वाले सत्र के शुरुआती दो दिन नए सांसदों को शपथ दिलाई जा रही है। बुधवार को नए लोकसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा, जबकि गुरुवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू दोनों सदनों की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी। विपक्ष ने प्रोटेम अध्यक्ष की नियुक्ति के अलावा नीट-यूजी पेपर लीक व अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के स्थगित होने के मामले में सरकार को घेरने की रणनीति बनाई है, जिससे पहले दिन ही हंगामे के आसार हैं।
भाजपा सांसद भर्तृहरि महताब ने 18वीं लोकसभा के प्रोटेम स्पीकर के रूप में शपथ ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शपथ दिलाई। इसके बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और कैबिनेट मंत्रियों के बाद राज्य मंत्रियों ने सदन की सदस्यता की शपथ ग्रहण की। राज्य मंत्रियों (स्वतंत्र प्रभार) राव इंद्रजीत सिह, डॉ जितेंद्र सिंह, अर्जुन राम मेघवाल और प्रतापराव जाधव ने सदन की सदस्यता की शपथ ग्रहण की।
इनके बाद अन्य राज्य मंत्रियों ने शपथ ग्रहण की जिनमें जितिन प्रसाद, श्रीपाद नाइक, पंकज चौधरी, किशन पाल, नित्यानंद राय, अनुप्रिया पटेल, वी सोमन्ना, चंद्रशेखर पेम्मासानी, एसपी सिंह बघेल, शोभा करंदलाजे और कीर्तिवर्धन सिंह शामिल हैं। राज्य मंत्रियों शांतनु ठाकुर, सुरेश गोपी, अजय टम्टा, बंडी संजय कुमार, कमलेश पासवान, भागीरथ चौधरी, संजय सेठ, दुर्गादास उइके, रक्षा खडसे, सुकांतो मजूमदार, सावित्री ठाकुर, तोखन साहू, राजभूषण चौधरी, भूपति राजू, हर्ष मल्होत्रा, निमुबेन बांभणिया और मुरलीधर मोहोल ने भी निचले सदन की सदस्यता ग्रहण की।
महाराष्ट्र से सदस्य निर्वाचित हुए प्रतापराव जाधव, रक्षा खडसे और मोहोल ने मराठी भाषा में शपथ ली। कर्नाटक से सदस्य निर्वाचित हुए शोभा करंदलाजे और वी सोमन्ना ने कन्नड़ में शपथ ग्रहण की। पेम्मासानी, बंडी सजय कुमार और भूपति राजू ने तेलुगू में शपथ ली। शांतनु ठाकुर और सुकांतो मजूमदार ने बांग्ला में, सुरेश गोपी ने मलयालम में और श्रीपाद नाइक ने कोंकणी भाषा में शपथ ली।
मध्य प्रदेश के बैतूल से सदस्य निर्वाचित हुए केंद्रीय आदिवासी कार्य राज्य मंत्री दुर्गादास उइके ने संस्कृत भाषा में शपथ ली। अन्य सभी मंत्रियों ने हिंदी भाषा में शपथ ली और किसी भी मंत्री ने अंग्रेजी में शपथ ग्रहण नहीं की।
इस दौरान छत्तीसगढ़ के सांसद व केंद्रीय राज्य मंत्री तोखन साहू ने कहा, मन में काम करने को लेकर बहुत उत्साह है, साथ ही जिम्मेदारियां भी हैं। ग्राम पंचायत से शुरुआत की और लोकतंत्र के मंदिर तक पहुंचने का सौभाग्य मिला है। मैं यहां आकर बहुत गौरवान्वित महसूस कर रहा हूं। यह भारतीय लोकतंत्र की खूबसूरती है।
कांग्रेस के कार्यकाल में खतरे में था संविधान: प्रमोद सावंत
गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा,संविधान अगर सही में खतरे में था तो वह कांग्रेस के वक्त था। पीएम मोदी के कार्यकाल में सबका साथ-सबका विकास हो रहा है। कांग्रेस के कार्यकाल में संविधान सच में खतरे में था।