बस यह कहने के लिए कहा है राहुल गांधी ने…
June 19, 2024सुनील दास
राजनीति में जब कोई राजनीतिक दल या नेता खुद सफल नहीं हो पाता है। अपनी पार्टी को एक बार भी लोकसभा चुनाव जिता नहीं पाता है, अपनी पार्टी को बहुमत नहीं दिला पाता है, अपनी पार्टी की सरकार नहीं बनवा पाता है। वह घोर हताशा में यही कामना करता रहता है कि जिस तरह मैं असफल हूं, उसके विरोधी भी असफल रहे या सफल हैं तो असफल हो जाएं। निराशा,हताशा,गुस्से व ईर्ष्या में आदमी अच्छाा बातें नहीं सोच पाता है, बुरी बाते ही सोचता रहता है, बुरी बाते ही कहता रहता है। अगर वह विपक्ष में है तो वह ऐसी बातें कहना अपना अधिकार समझता है।
राहुल गांधी एवं कंपनी का ख्याल था कि भाजपा व मोदी को २४० सीटों पर रोककर उन्होंने कोई ऐसी सफलता पा ली है जैसी सफलता आज तक किसी नेता ने नहीं पाई है। सही मायने में तो भाजपा ने ही एनडीए के रूप में कांंग्रेस को लगातार तीसरी बार हराया है। यह तीसरी हार राहुल गांधी व कांग्रेस की शर्मनाक हार है लेकिन वह अपनी हार को देश मे चर्चा का विषय न बनने देने के लिए भाजपा की नैतिक हार,३७० हासिल न कर पाना, ४०० प्लस न हासिल कर पाना भी तो मोदी की हार है, कहा गया। लेकिन हकीकत तो यह है कि भाजपा को बहुमत न मिला तो भी सरकार तो भाजपा ने ही एनडीए के सहयोगियों के साथ मिलकर बनाई है।
ऐसा भी नहीं है कि एनडीए गठबंंधन चुनाव के बाद बना है, एनडीए गठबंधन तो पिछले तीन चुनाव से
यानी पंद्रह साल से बना हुआ है। मोदी की सरकार में एनडीए के सहयोगियों को भी मंत्री बनाया जाता रहा है। यानी मोदी भाजपा के पीएम होने के साथ ही एनडीए के भी पीएम हुआ करते थे। इस बार भी वह भाजपा के साथ एनडीए के पीएम हैं। पीएम मोदी ने कहा था कि वह तीसरी बार पीएम बनेंगे और उन्होंने बककर दिखा दिया है। वहीं राहुल गांधी चुनाव के दौरान हर सभा में लिखक दे रहे थे कि मोदी पीेएम नहीं बन रहे हैं। कौन झूठा साबित हुआ। यह देश देख रहा है।
अब एनडीए की सरकार बन गई, विभागों का बंटवारा भी हो गया। अपनी मर्जी से मंत्री बनाकर पीएम मोदी ने विपक्ष को बता दिया है कि वह मजबूत सरकार के पीएम है. वह जैसा चाहते हैं, आज भी कर सकते हैं। मजबूत सरकार बन गई तो विपक्ष ने नायडू व जेडीयू को स्पीकर के लिए भड़काया कि अगर स्पीकर आपका नहीं हुआ तो भाजपा आपकी पोर्टी को तोड़ देगी। दोनों नेताओं ने कांग्रेस नेताओं की बात पर जरा भी ध्य़ान नहीं दिया तो अब राहुल गांधी सहित कांग्रेस नेता बारी बारी से यही कह रहे हैं कि मोदी सरकार तो कभी भी गिर जाएगी.। पहले कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने कहा था कि एनडीए सरकार कमजोर सरकार है, यह कभी भी गिर सकती है। अब राहुल गांधी ने यही कहा है।यह इसलिए कहा गया है कि किसी कारण से कभी मोदी सरकार गिर गई तो कांग्रेस नेता कह सकें कि देेखों हमारे नेता राहुल गांधी ने पहले ही कह दिया था मोदी सरकार कओभी भी गिर सकती है।
तीन चुनाव हो गए राहुल गांधी ने बहुत सी बाते कहीं है, जैसे चौकादार चोर है, मोदी अडानी,अंबानी की कठपुतली हैं, मोदी सरकार सूट बूट की सरकार है, अमीरो के लिए काम करती है। मोदी तानाशाह है, मोदी तीसरी बार पीएम बनेंगे तो वह आरक्षण समाप्त कर देंगे, संविधान बदल देंगे,चुनाव नहीं होंगे। कांग्रेस की सरकार बनी तो खटाखट गरीबी दूर कर देंगे, हर गरीब महिला को साल में एक लाख रुपए देंगे.लेकिन १५ साल हो गए हैं देश की जनता उनकी बातों पर यकीन नहीं करती है। वह जब कहते हैं कि गरीब परिवारों को छह हजार महीना देंदे तो जनता यकीन नही करती है , वह दूसरी बार साढे़ आठ हजार रुपए महीने देंगे तो भी जनता ने राहुल गांधी का बातों पर भरोसा नहीं किया।
थोड़ से लोगों भरोसा कर वोट दे दिया तो वह अब एक लाख कब खटाखट मिलेगा इंतजार कर रहे है।अब अगली बार राहुल गांधी कहेंं कि कांग्रेस सरकार बनी तो हर माह दस हजार रुपए दिया जाएगा तो लोग और भरोसा नहीं करेंगे। लोगो भराेसा करते हैं वादा पूरा होने से । जैसे पीएम मोदी ने एक बार कहा कि गरीब किसानों को साल का छह हजार रुपए देंगे तो वह उन्होंने वादा पूरा करके दिखाया है। काशी में उन्होंने किसान सम्मान निधि की १७ वीं किश्त किसानों को दी है।यानी की पूरे पांच साल किसानों को पैसा निरंतर मिला है। वादा पूरा होने पर लोग भराेसा करते हैं। बड़े बड़े वादे करने से भरोसा नही करते है।