छत्तीसगढ़: सेफ्टिक टैंक की सफाई के दौरान ठेका कर्मी की करंट से मौत
June 13, 2024भिलाई । पूर्व कांग्रेसी पार्षद जोहन सिन्हा के घर पर सेफ्टिक टैंक की सफाई के दौरान ठेका कर्मी की मौत हो गई। घटना बुधवार सुबह की बताई जा रही है। सेफ्टिक टैंक की सफाई के लिए ठेका कर्मी पानी से भरे गड्ढे में गया था। इस दौरान गड्ढे में बिजली दौड़ गई और उसमें फंस गया। उसे छटपटाता देख पहले बिजली बंद की गई और उसके बाद उसे बीएम शाह अस्पताल ले जाया गया। अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस मामले में सूचना मिलने के बाद छावनी पुलिस ने जांच शुरू कर दी है।
मिली जानकारी के अनुसार यह घटना वार्ड-27 शास्त्री नगर की है। शास्त्री नगर वार्ड के पूर्व पार्षद जोहन सिन्हा के घर में नया सैप्टिक टैंक बनाया जा रहा है। टैंक बनने के बाद उसमें पानी भर गया था। पूर्व पार्षद ने सेफ्टिक टैंक के लिए ठेका दिया हुआ था। बुधवार को सैप्टिक टैंक का काम चंद्रमणि साहू (35) को बुलाया गया था। बताया जा रहा है कि सुबह साढ़े 6 बजे सैप्टिक टैंक के गड्ढे से पानी निकालने के दौरान मोटर शॉर्ट हो गया और पानी में करंट फैल गया। इससे चंद्रमणि को बचने का मौका भी नहीं मिला। वह बेहोश होकर पानी में ही गिर पड़ा।
चीख पुकार सुनने के बाद वहां मौजूद लोगों ने बिजली सप्लाई बंद की और चंद्रमणि को लेकर सुपेला के शास्त्री अस्पताल लेकर गए। सुपेला में डॉक्टरों ने उसे अनकॉन्सेस देखा और दूसरे अस्पताल ले जाने कहा। यहां से उसे बीएम शाह अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने जांच के बाद चंद्रमणि को मृत घोषित कर दिया। संभवत: ठेका कर्मी को अस्पताल लाते समय रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। चंद्रमणि की करेंट से मौत की खबर मिलते ही शास्त्री नगर स्थित उसके मोहल्ले में मातम पसर गया है। घटना की सूचना छावनी पुलिस को दी गई है।
इस मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। पूर्व पार्षद ने कहा खुद का मोटर लाया था कर्मी इस मामले में पूर्व पार्षद जोहन सिन्हा ने बताया कि उनके घर में सैप्टिक टैंक का काम ठेके पर दिया गया है। टैंक का साइड वाल बन गया और उसमें पानी भरा था। सेफ्टिक टैंक का काम ठेकेदार राम अवतार को दिया गया और उसने अपने कर्मी चंद्रमणि को उनके घर पर आज सुबह से काम में लगाया। ठेकेदार के कहने पर टैंक से पानी निकालने चंद्रमणि ने स्वयं की मोटर लगा रखी थी। इस दौरान मोटर खराब हुआ तो देखने के लिए चंद्रमणि पानी भरे गड्ढे में उतर गया। इस दौरान मोटर के कारण करंट पानी में फैल गया जिससे चंद्रमणि बेहोश हो गया। उसे तत्काल अस्पताल ले जाया गया लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी।