नुकसान की भरपाई उपद्रवियों से होनी चाहिए…
June 12, 2024-सुनील दास
कई बार ऐसा होता है कि विरोध प्रदर्शन के दौरान भीड़ उग्र हो जाती है और सरकार संपत्ति को नुकसान पहुंचाती है, निजी संपत्ति को नुकसान पहुंचाती है । इसे रोकने की जरूरत है। इसके लिए दो ही तरीके हैं या तो सरकार ऐसी व्य्वस्था करें कि प्रदर्शन करनेवाले सरकारी या निजी संपति को नुकसान न पहुंचा सकें। सरकार ऐसा नहीं कर पाती है तो वह एक व्यवस्था यह कर सकती है कि जो लोग सरकारी व निजी संपत्ति को नुकसान पहुचाने वाले साबित हो उनसे नुकसान की भरपाई की जाए। ऐसा किया नहीं जाता है इसलिए प्रदर्शन करनेवाले सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाते रहते हैं। छत्तीसगढ़ में अब तक किसी सरकार ने ऐसा किया नहीं है इसलिए प्रदर्शनकारी बेखौफ होकर सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाते रहते हैं।
बलौदाबाजार में प्रदर्शनकारियों ने सरकारी संपत्ति को आग लगाकर, तोड़फोड़ कर बहुत नुकसान पहुुचाया है. इस मामले में साय सरकार के तीन मंत्रियों दायलदास बघेल, टंकराम वर्मा व श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा है कि बलौदाबाजार में लोक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले लोगों से नुकसान की वसूली की जाएगी। बलौदाबाजार मामले की जांच शुरू हो गई है,सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बड़ी संख्या में लोग गिरफ्तार किए जा रह है, इसी से यह भी पता चलेगा कि किन लोगो ने लोक संपत्ति को कितना नुकसान पहुंचाया है। तो ऐसे लोगों केो नुकसान की भरपोई की जा सकेगी. राज्य मे ऐसा होता है तो यह बहुत ही अच्छा होगा क्योंकि यूपी में सरकार ने ऐसा किया है तो वहां सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने से अब लोग डरते हैं।छत्तीसगढ़ में एक बार नुकसान की भरपाई उपद्रवियों से हो गई तो फिर उपद्रवी अगली बार से उपद्रव के दौरान सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने से डरेगे।
जांच से यह भी साप हो गया है कि बलौदाबाजार में जो कुछ हुआ वह अचानक नहीं हुआ है, यह योजना बनाकर किया गया है। आग लगाने के लिए पेट्रोल बंम का इस्तेमाल हुआ है तो साफ है कि कुछ लोग बलौदाबाजार मं आगजनी व तोड़फोड़ की तैयारी करके आए थे। यह लोग कौन है , इनकी पहचान हो रही है। कांग्रेस को पता चला है कि गिरफ्तार किए गए लोगों में कांग्रेस के जुड़े लोग भी शामिल हैं, उसने साय सरकार को जवाब देने के लिए जवाबी कार्रवाई शुरू कर दी है।
राज्य में कोई बड़ी घटना हो गई है और उसकी जांच सरकारी एजेंसी कर रही है तो कांग्रेस को उस मामले की जांंच से कोई रोक नहीं सकता।एक तरफ सरकार मामले की जांच कर मा्मले को अदालत में पेश करेंगी। तब तक सरकार की तरफ से तो यही कहा जाएगा कि बलौदाबाजार में जो कुछ हुआ, उसके पीछे कांग्रेस का हाथ है। जवाब में कहने को कांग्रेस को पास भी तो कुछ होना चाहिए। यही वजह है कि कांंग्रेस नेताओं की एक टीम बलौदाबाजार जाएगी और जैत खाम में तोड़फोड़ सहित बलौदाबाजार में हुए उपद्रव की जांच करेगी। वह भी अपनी तरफ से सच को सामने लाने का प्रयास करेगी।
विपक्ष का काम है सरकार की किसी बात पर भरोसा न करना। विपक्ष का काम है सरकार को हर मामले में नाकारा साबित करना। विपक्ष का काम है सरकार से हर मामले में सवाल पूछना। उसे सवालों के कठघरे में खड़ा करना.। यही तो रा्ज्य में विपक्ष कर रहा है। सरकार अपना का्म कर रही है, विपक्ष अपना काम कर रहा है। आरोप के जवाब में आरोप लगाना विपक्ष का काम है तो यही काम करन की तैयारी विपक्ष जांच समितियां बनाकर कर रहा है।