देहदान: शिक्षिका अर्चना कोरान्ने ने देहदान कर मानवता की मिसाल पेश की
May 27, 2024इन्दौर । आज के युग में भी मानवता की मिसाल कायम करने वाली घटनाएं समाज में प्रेरणा का स्रोत बनती हैं। ऐसी ही एक प्रेरणादायक घटना इन्दौर के सुदामा नगर निवासी श्रीमति अर्चना कोरान्ने के निधन के उपरांत देखने को मिली। श्रीमति अर्चना कोरान्ने, जो एक शिक्षिका थीं और जिन्होंने अपनी शिक्षण सेवा के माध्यम से अनेक विद्यार्थियों को शिक्षा दी, ने अपने अंतिम समय में देहदान करने का संकल्प लिया।
श्रीमति कोरान्ने के निधन के बाद, उनके पुत्र राहुल कोरान्ने ने उनकी इच्छा को पूरा करने का निर्णय लिया और देहदान के लिए महिर्पि देहदान दधीचि समिति के अध्यक्ष नंदकिशोर व्यास से संपर्क किया। व्यास ने तुरंत इंडेक्स मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल एवं रिसर्च सेंटर के देहदान अधिकारी राज गोयल से संपर्क किया।
राज गोयल ने कॉलेज प्रबंधक आर.सी. यादव और एनाटॉमी विभाग के एच.ओ.डी. डॉ. विमल मोदी से बातचीत कर एम्बुलेंस की व्यवस्था की। तत्पश्चात, राहुल कोरान्ने के घर पहुंचकर उन्होंने देहदान की प्रक्रिया को पूरा किया और श्रीमति अर्चना कोरान्ने की देह इंडेक्स मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल रिसर्च सेंटर के डीन डॉ. जी.एस. पटेल और एनाटॉमी विभाग के एच.ओ.डी. डॉ. विमल मोदी को सौंपी।
डॉ. जी.एस. पटेल और आर.सी. यादव ने मृत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की और कॉलेज के चेयरमेन सुरेश सिंह भदौरिया ने मृतक के परिजनों और उनके परिवार की इस महान कार्य के लिए सराहना की। इस महत्वपूर्ण जानकारी को देहदान अधिकारी राज गोयल ने साझा किया।
इस घटना ने समाज में एक प्रेरणादायक उदाहरण प्रस्तुत किया है और यह साबित किया है कि मानवता और सेवा का मूल्य आज भी जीवित है। श्रीमति अर्चना कोरान्ने का यह योगदान निस्संदेह आने वाली पीढ़ियों के लिए एक मिसाल रहेगा।