RPF से बचने गांजा तस्करों ने बदला तरीका, अब फर्स्ट-एसी में कर रहे सफर…
April 13, 2024शक न हो इसलिए फोन और कपड़े भी अमीरों वाले
रायपुर । ऑपरेशन नारकोस के तहत रेलवे सुरक्षा बल नशे के सौदागरों पर कड़ी नजर रखे हुए है। लेकिन तस्कर भी तस्करी के लिए नए-नए हथकंडे अपनाते रहते हैं। ज्यादातर तस्कर जनरल अथवा स्लीपर क्लास में सफर करते हैं, लेकिन अब उन्होंने अपना तरीका बदल दिया है। तस्कर अब फर्स्ट एसी में सफर करने लगे है। आरपीएफ को शक न हो इसलिए महंगे कपड़े पहनकर, महंगे फोन रखकर ये सफर करने लगे है। इसके चलते इन्हे पकड़ना थोड़ा मुश्किल हो गया है, लेकिन नामुमकिन नहीं।
रेलवे स्टेशन में लोकसभा चुनाव को लेकर जांच का दायरा महीनेभर से आरपीएफ और जीआरपी ने बढ़ा दिया है। इस वजह से गांजा तस्करों की गिरफ्तारी स्टेशन में इन दिनों बढ़ गई है। आचार संहिता लगने के बाद रायपुर और बिलासपुर से 1 करोड़ से अधिक का गांजा जब्त किया जा चुका है। पहली बार चुनाव के दौरान आरपीएफ ने इतनी मात्रा में गांजा पकड़ा है। आरपीएफ का कहना है कि गांजा तस्करों ने अब ट्रेन में सफर करने का ट्रेंड बदल दिया है। इस वजह से उन्हें पकड़ना भी थोड़ा मुश्किल हुआ है।
पहले गांजा तस्कर स्लीपर में सफर करते थे। चेहरे और पहनावा देखकर ही संदेह हो जाता था, लेकिन अब तस्कर एसी में सफर करने लगे हैं। अच्छे कपड़े और महंगे महंगे फोन का भी इस्तेमाल करते हैं, ताकि किसी को शक न हो। महीनेभर में दर्जन से अधिक कार्रवाई हुई है, जिसमें ज्यादातर मामलों में देखा गया है कि तस्कर जिस जगह पर बैठते हैं, अपना सामान वहां नहीं रखते। दूसरी जगह पर बैठते हैं। आरपीएफ तस्करों को पकड़ने में माहिर हो चुके जवानों को ट्रेनों में जांच के लिए भेज रही है, ताकि तस्करों को आसानी से पकड़ा जा सके।
आरपीएफ महीनेभर के बीच ट्रेनों से अभी तक 500 किलो से अधिक का गांजा जब्त कर चुकी है, जिसकी कीमत 1 करोड़ से अधिक है। सप्ताह में 2 से अधिक तस्करों को पकड़ने में आरपीएफ को सफलता मिल रही है। बिलासपुर से अधिक गांजा रायपुर रेलवे स्टेशन से जब्त किया गया है। चुनाव में जांच का दायरा बढ़ाने का फायदा मिल रहा है। चुनाव को लेकर दिन और रात के समय में यात्रियों के सामान की जांच की जा रही है।
5 अप्रैल को आरपीएफ आईजी की फटकार के बाद आरपीएफ और जीआरपी की संयुक्त टीम ने रायपुर रेलवे स्टेशन से 10 लाख से अधिक का गांजा पकड़ा। इसके बाद मंडल टास्क टीम और आरपीएफ – पोस्ट दुर्ग ने एक अंतरराज्यीय गांजा तस्कर को68 किलो 250 ग्राम गांजा के साथ गिरफ्तार किया है। इसकी कीमत 13 लाख 65 हजार रुपये आंकी गई थी। दो दिन पहले जीआरपी ने रायपुर रेलवे स्टेशन से करीब 16 लाख रुपए के गांजे के साथ 3 तस्करों को गिरफ्तार किया था। यह पूरी कार्रवाई सप्ताहभर में हुई है। 1 अप्रैल को बिलासपुर में गांजे की तस्करी कर रहे दो लोगों को आरपीएफ ने पकड़ा है। आरोपियों के पास से 4.80 लाख कीमत का 24 किलो गांजा जब्त किया गया है।
तस्कर आरपीएफ को दे रहे पैसों का ऑफर
तस्करों को पकड़ने आरपीएफ विशेष अभियान चला रही है, जिसमें महीनेभर के भीतर में आरपीएफ ने एक ऐसे तस्कर को पकड़ा, जो पहले भी तस्करी करता हुआ गिरफ्तार हो चुका था। सूत्रों के मुताबिक ट्रेन में पकड़े जाने पर तस्कर जवानों को छोड़ने के लिए लाख रुपए तक का ऑफर दे रहे हैं। मुखबिर की मदद से लगातार स्टेशन और प्लेटफार्म पर कार्रवाई जारी है।
करोड़ से अधिक का गांजा जब्त
आरपीएफ कमांडेट संजय गुप्ता ने बताया कि, रायपुर और बिलासपुर में आचार संहिता लागू होने के बाद 1 करोड़ से अधिक का गांजा जब्त किया जा चुका है। तस्करों ने ट्रेन में सफर करने का ट्रेड बदला है। कुछ तस्कर एसी कोच से पकड़े गए हैं। इसके अलावा एक तस्कर दोबारा तस्करी करते गिरफ्तार किया गया है।