कोरबा: पहाड़ी इलाकों में गर्मी बढ़ते ही शुद्ध जल के लिये बढ़ने लगी परेशानी
April 5, 2024(कोरबा) पहाड़ी इलाकों में गर्मी बढ़ते ही शुद्ध जल के लिये बढ़ने लगी परेशानी
कोरबा : कोरबा जिले के पहाड़ी इलाकों में जल की किल्लत गंभीर समस्या बनती जा रही है। ग्रामीणों को जल की एक-एक बूंद के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। स्थिति दिन-प्रतिदिन खराब होती जा रही है। अब नया मामला विकासखंड पोड़ी-उपरोड़ा ग्राम पंचायत लेपरा के चुनभ_ी से सामने आया है। इस गांव में अभी तक लोगों को पीने का साफ शुद्ध जल संबंधित विभाग के अधिकारी नहीं पहुंचा सके हैं। लोग कुआं के जल पर निर्भर हैं। कई बार तो यह जल भी उन्हें नहीं मिल पाता है।
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ग्रामीणों ने बताया कि गांव में जल की किल्लत को देखते हुए उन्होंने खुद ही श्रमदान किया और गांव में ढोढ़ी और कुआं का निर्माण किया। इसमें प्रशासन की ओर से कोई मदद नहीं की गई। प्रशासन ने बोर फेल होने के बाद ग्रामीणों के कुओं को भी सहेजने के लिए मदद करना सही नहीं समझा। कुआं में बड़े-बड़े पत्थर के टुकड़े लगे हैं और इस पर काई जमी है। प्रशासन की ओर से कुएं के जल में डालने के लिए जरूरी दवाइयां तक उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। पहाड़ी इलाकों में जल की व्यवस्था करने के लिए सरकार की ओर से पहले भी कई योजनाएं संचालित की और अभी भी कई योजनाएं चल रही है। इसमें जल जीवन मिशन प्रमुख है। बोर से इतना कम जल मिल रहा है कि इससे गांव के लोगों की प्यास नहीं बुझ रही है। परेशान ग्रामीण कुआं की मदद ले रहे हैं। कुएं के जल से अपने कंठ की प्यास बूझा रहे हैं। मवेशियों के लिए भी इसी जल का इस्तेमाल कर रहे हैं। स्थानीय प्रशासन की ओर से ग्रामीणों की सुध नहीं ली जा रही है। इससे ग्रामीण परेशान हैं। शासन प्रशासन से साफ जल मिलने की उम्मीद लगाए बैठे हैं।
- खदान प्रभावित इलाकों में भी जल की समस्या
पहाड़ी क्षेत्रों के साथ-साथ कोयला खदान से प्रभावित इलाकों में भी जल की समस्या दिन-प्रतिदिन गंभीर होती जा रही है। खदान के आसपास स्थित आबादी को जल के लिए परेशानी उठानी पड़ रही है। कई बार जल की मांग को लेकर लोग कोयला कंपनी के प्रबंधन का घेराव भी कर चुके हैं, लेकिन समस्या का स्थायी समाधान नहीं निकल रहा है।