भाजपा की नई शराब नीति से महिलाएं चिंतित – वंदना राजपूत
April 3, 2024भाजपा की नई शराब नीति से महिलाएं चिंतित – वंदना राजपूत
शराब के नशे के गर्त में छत्तीसगढ़ की भोली भाली जनता को धकेला जा रहा है,हवाई अड्डा में भी शराब की अड्डा
रायपुर,03 अप्रैल 2024। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने भाजपा सरकार के नई शराब नीति पर जमकर हमला करते हुए कहा कि हवाई अड्डा में भी शराब का अड्डा बनाने जा रही है। भारतीय जनता पार्टी की सरकार का सिर्फ एक ही लक्ष्य है कि शराब की बिक्री ज्यादा से ज्यादा करना और 2024-25 में करीब 11000 करोड़ से अधिक राजस्व प्राप्त करना। पूर्ववर्ती भाजपा के 15 साल के सरकार में जो दौर था वही फिर से वापस आ रहा है, छत्तीसगढ़ के भोली भाली जनता को नशा के गर्त में धकेलने का पूरा इंतजाम किया जा रहा है राज्य सरकार के द्वारा। अब भारतीय जनता पार्टी के नेत्रियों को महिलाओं की फिक्र नहीं हो रही है शराब से महिलाओं पर कितना अत्याचार, अनाचार, बलात्कार होते हैं अब इसकी चिंता नहीं हो रही है, पति शराब पीकर पत्नी, बच्चों को मारते पीटते और शराब के कारण पूरा घर बर्बाद हो जाए अब इसकी चिंता भारतीय जनता पार्टी की नेत्रियों को नहीं है। भाजपा के नेताओं को गिरगिट की तरह रंग बदलने की कला खूब आती है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी महिला हितैषी कभी नहीं रही है यदि महिलाओं और उसके परिवार की फिक्र होती तो अधिक से अधिक शराब बेचकर अपनी जेब भरने की बात कभी नहीं करती। भारतीय जनता पार्टी यदि जनता को ₹5 देती है तो जनता की जेब से ₹20 निकाल लेती है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने 5 साल में शराबबंदी को लेकर जो तत्परता से कार्य किए हैं जिनके कारण 100 शराब की दुकानें बंद हुई, बार बंद हुए, शराबबंदी को लेकर लगातार सामाजिक जागरूकता फैलाने में राज्य सरकार को बहुत ही सफलता मिली थी लेकिन वर्तमान में फिर से भाजपा की सरकार ने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के मेहनत को पानी फेर रहा है।
प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता वंदना राजपूत ने कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के 5 साल में शराबबंदी को लेकर पानी पी पीकर भारतीय जनता पार्टी के नेता कोसते थे और शराबबंदी की बात करते थे कि शराब सामाजिक बुराई है कितने नेताओं ने यह भी कहा था कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार आने पर शराबबंदी हो सकती है। लेकिन भारतीय जनता पार्टी के सरकार बनते ही शराब के प्रति सुर ताल अलग हो गए हैं और अवसरवादी राजनीति करने वाले भाजपा नेता अब कह रहे हैं ’’कुछ भी बचा न कहने को हर बात हो गई आओ कहीं शराब पिएं भाजपा की सरकार आ गई“।