रोजगार मेला नई बात नहीं है
October 23, 2022छत्तीसगढ़ के लिए रोजगार मेला कोई नई बात नहीं है। यह निजी संस्थाओं में युवाओं व शिक्षित बेराेजगारों को रोजगार देने का नया तरीका है। राज्य के रोजगार केंद्र इस तरह के रोजगार मेला का आयोजन आए दिन करते हैं। रोजगार केंद्र इस तरह के रोजगार मेला आयोजन तब ही करते हैं जब निजी संस्थाओं से उसे जानकारी मिलती है कि किस पद के लिए निजी संस्थाओं को कितने लोगों का जरूरत है। रोजगार केंद्रे के पास जब इस तरह की जानकारी आ जाती है तो वह रोजगार मेला का आयोजन करता है,रोजगार मेले में युवा अपने प्रमाणपत्र लेकर आते है और निजाी संस्थाओं के लोग उनकी भर्ती रोजगार मेले में ही कर लेते हैं।
इससे युवाओं तो नौकरी के लिए भटकना नहीं पड़ता और संस्थाओं को भी कर्मचारी के लिए परेशान नहीं होना पड़ता। अब तक रोजगार मेला जिला स्तर पर ही होते थे। मोदी सरकार ने अब रोजगार मेले को एक नया रूप दे दिया है।22 अक्टूबर को देश के कई राज्यों में प्रदेश स्तरीय रोजगार मेला का आयोजन कर 75हजार से ज्यादा लोगं को को नौकरी का नियुक्ति पत्र दिया गया। यह पूरे देश के लिए नई बात थी। क्योंकि इससे पहे सरकारी नौकरी का नियुिक्त पत्र घर आता था और लोग सीधे एक दिन जाकर नौकरी ज्वाइन कर लेते थे। देश में किसी को पता नहीं चलता था कि हजारों लोगों को सरकारी नौकरी मिली है, केंद्र सरकार ने हजारों लोगों को नौकरी दी है।
प्रदेश स्तर पर रोजगार मेले का आयोजन करने से एक तो सरकार को यह बताने का मौका मिलता है कि उसने इतने लोगों को नौकरी दी है। साथ ही उन लोगों को भी अचछा लगता है जब उन्हेे समारोह आयोजिच कर ससम्मान नियुक्ति पत्र दिया जाता है। आज देश में बेरोजगारी एक बड़ा मुद्दा है। विपक्ष आए दिन आंदोलन करता रहता है कि सरकार युवाोओं को रोजगार या नौकरी नहीं दे रही है। इस तरह के आयोजन से आने वाले दिनों में सभी को पता रहेगा कि सरकार ने कितने लोगोको एक साल में नौकरी दी है, पांच साल में कितने लोगों को नौकरी दी है। अब तक विपक्ष मोदी सरकार पर आरोप लगाता रहा है कि वह युवाओं को रोजगार देने में असफल है, इस तरह का आयौोजन कर मोदी सरकार ने देश को बता दिया है कि उसने 75 हजार लोगों को नौकरी दी है।
आगे भी इसी तरह देश व देश के लोगों को बताया जाता रहेगा कि कितने हजार लोगों नौकरी मिली है। मोदी सरकार का कहना है कि अगल साल तक देश के लाखों लोगों को नौकरी देने का लक्ष्य है। यह एक तरह से विपक्ष को मोदी सरकार का जवाब है कि सरकार युवाओं को रोजगार देने के लिए गंभीर है।मोदी सरकार ने प्रदेश स्तर पर केंद्र सरकार की नौकरी देने रोजगार मेेले की शुरूआत की है तो आने वाले दिनों में राज्य सरकारें भी रोजगार मेला का आयोजन कर देश व जनताको बताने का प्रयास करेंगी कि उनकी सरकार ने राज्य के कितने लोगों को रोजगार दिया है।
विपक्ष ने रोजगार को मोदी सरकार की सबसे बड़ी विफलता बताेन का प्रयास किया तो मोदी सरकार ने चालाकी से उसे अपनी सबसे बड़ी सफलता बताने में सफल है। नए दौर की राजनीिति में वही सफल होता है जो अपनी सफलात को बताने के लिए नए तरीके ढूंढने में सफल रहता है।