छत्तीसगढ़: जिला चिकित्सालय में मनाया गया विश्व टीबी दिवस, निकाली गई जनजागरूकता रैली
March 28, 2024प्रचाररथ को सीएमएचओ ने हरी झंडी दिखाकर किया रवाना
बेमेतरा । जिला चिकित्सालय बेमेतरा में विश्व क्षय दिवस के अवसर पर 27 मार्च को जिला स्तरीय सँगोष्ठि कार्यक्रम आयोजित कर जन जागरूकता के लिए रैली निकाली गयी। कलेक्टर रणबीर शर्मा के निर्देश पर मुख्य चिकिसा एंव स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस. आर चुरेंद्र,व जिला स्वास्थ्य अधिकारी सह क्षय अधिकारी डॉ.अशोक बसोड़ के मार्गदर्शन में जनजागरूकता रैली निकाल कर प्रचाररथ को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया गया, शहर के प्रमुख चौक चौराहों में जनजागरूकता के माध्यम से आम लोगों के बीच टीबी बीमारी के जाँच एंव बचाव के संबंध में जानकारी दिया गया।
इस बीमारी के संबंध में दिन प्रतिदिन लोगों में जन जागरूकता अभियान चलाया जा रहा हैं। ज्ञात हो कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के द्वारा टी बी बीमारी को 2035 तक पूरे विश्व में फैलाव दर को रोकना है इसी प्रकार भारत में इसको 2030 तक टीबी बीमारी के फैलाव को रोके जाने का प्लान किया गया है। राज्य शासन की ओर से छत्तीसगढ़ को टीबी मुक्त राज्य बनाने के लिए वर्ष 2025 तक इस बीमारी के फैलाव को कम किया जाना हैं,
जिला में पिछले 4 वर्ष में टीबी बीमारी के जाँच दरों में निरंतर वृद्धि हुआ है,
बेमेतरा जिला की स्थिति वर्ष 2020 में बलगम जाँच :
बेमेतरा-1075, नए टीबी पॉजिटिव केश-120, बेरला बलगम जाँच 911 नए टीबी पॉजिटिव केश-96, नवागढ़ बलगम जाँच – 765 टीबी केश – 131, साजा बलगम जाँच – 651, पॉजिटिव टीबी केश – 215, *जिला के स्थिति वर्ष 2021 में बेमेतरा ब्लॉक बलगम जाँच-1398 नए टीबी मरीज – 168, बेरला बलगम जॉच 1286 नए टीबी केश 130, नवागढ़ बलगम जाँच 1729 नए टीबी मरीज – 164, साजा 1682, पॉजिटिव मरीज – 260, जिला की स्थिति वर्ष 2022 में बेमेतरा बलगम जाँच – 1907 नए टीबी मरीज-143, बेरला बलगम जाँच – 936 नए टीबी मरीज – 121, नवागढ़ ब्लॉक बलगम जाँच 1166 नए टीबी के मरीज -140, साजा ब्लॉक-1468 नए टीबी के मरीज – 180, जिला में वर्ष 2023 की स्थिति-बेमेतरा* बेमेतरा बलगम जाँच 2349 नए मरीज 153 बेरला बलगम जाँच 2620 नए मरीज 44, नवागढ़ बलगम जाँच 2937 टीबी मरीज 95, साजा 2855 टीबी मरीज 129 रिकार्ड में पॉजिटिव आया हैं। साथ ही आस पास के नजदीकी जिला रायपुर ,दुर्ग, भिलाई, कवर्धा,राजनांदगांव खैरागढ़ मुंगेली में भी टीबी मरीज अस्पताल में इलाज करवाने जाते हैं। नजदीकी के जिला में पहचान उपरोक्त पंजीयन कर नज़दीक के जिलों में रिफर कर दिया जाता है।
मुख्यचिकित्सा व स्वास्थ्य अधिकारी डॉ एस आर चूरेंद्र ने बताया कि हमारे जिले में टीबी बीमारी की जांच की संख्या में लगातार वृद्धि हुई है, जिला क्षय अधिकारी डॉ अशोक बसोड़ ने बताया कि टीबी बिमारी के मरीजों को नियमित रूप से समय पर दवाई खाना चाहिए साथ ही समय-समय मे जाँच करवाते रहना चाहिए, टीबी बीमारी को जनजागरूकता से ही कम किया जा सकता हैं। टीबी के मरीज दो प्रकार के होते हैं एक पल्मोनरी टीबी दूसरा एक्स्ट्रा पल्मोनरी टीबी सामान्यतः पल्मोनरी टीबी अत्यधिक फैलाने संक्रमण वाला टीबी कहा जाता हैं।
टीबी रोगियों को दवाई के साथ ही साथ अच्छे पोषण आहार भी खाते रहना चाहिए।
समय पर नियमित दवाई का सेवन नही करने से यह बीमारी आगे चल कर बहुत ही घातक हो जाता हैं। कभी कभी जानलेवा हो भी सकता हैं। छोटे बच्चे एंव गर्भवती महिलाओं व नशा करने वाले व्यक्ति एंव इन रोगियों को टीबी होने का अधिक खतरा रहता है शुगर, एच आई वी के मरीजों का बहुत ही ज्यादा टीबी होने का खतरा होता हैं।
शासन स्तर पर 700 रुपए प्रत्येक माह मरीजों को पोष्टिक आहार खाने के लिए सहयोग किया जाता है,
निक्षय मित्र बन कर टीबी के मरीजों को सहयोग भी किया जा सकता हैं
साजा विकास खंड के निक्षय मित्र रुद्रेश अग्रवाल शुभम मोटर्स के संचालक के द्वारा मरीजों को गोद ले कर खाद्य पोषण आहार भी प्रदान किया जा रहा हैं।
विश्व टीबी दिवस के कार्यक्रम में अस्पताल प्रमुख सलाहकार डॉ स्वाति यदु,डीपीसी सम्पति बंजारे, पीपीएम यशवंत भारद्वाज, संजय तिवारी, पुरानिक नायक,विनेश्वर जायसवाल परामर्शदाता,पूरन दास, अरुण राजपूत,पुष्कर अवस्थी, दिनेश जायसवाल,, प्रमोद साहू, गिरधर देवांगन,दिनेश साहू भूमिका वर्मा,अनुराधा तिवारी ,सुनील पात्रे, मितानिन एंव हेल्प डेस्क के साथ जिला चिकित्सालय के मरीजों के परिजन, चिकित्सा अधिकारी नर्शिंग, पैरामेडिकल स्टाफ वार्ड ब्वाय एंव अन्य कर्मचारी उपस्थिति रहे।