आनन-फानन में अधिकारियों ने अफसरों के खिलाफ कार्रवाई: नियमों के विरुद्ध सूखा राशन वितरण, भ्रष्टाचार करने पर तीन अफसर निलंबित

आनन-फानन में अधिकारियों ने अफसरों के खिलाफ कार्रवाई: नियमों के विरुद्ध सूखा राशन वितरण, भ्रष्टाचार करने पर तीन अफसर निलंबित

February 27, 2024 Off By NN Express

रायपुर,27 फरवरी । स्कूल शिक्षा विभाग ने आखिरकार कोरोना काल में नियमों के विरुद्ध खरीदी करने वाले तीन जिलों के जिला शिक्षा अधिकारियों (डीईओ) को निलंबित कर दिया। नईदुनिया ने खबर प्रकाशित कर स्कूल शिक्षा विभाग को चेताया था कि मंत्री बृजमोहन अग्रवाल की घोषणा के बाद भी स्कूली बच्चों के लिए सूखा राशन वितरण, मास्क, ग्लोब्स खरीदी में भ्रष्टाचार करने वाले अफसर अपनी कुर्सियों में बैठे हुए हैं। आनन-फानन में अधिकारियों ने अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की। जिन अधिकारियों को निलंबित किया गया है उनमें सूरजपुर के तत्कालीन डीईओ विनोद राय (वर्तमान में डीईओ बलरामपुर), मुंगेली के तत्कालीन डीईओ जेपी भारद्वाज (वर्तमान में डीईओ कोरबा ) बीजापुर के तत्कालीन डीईओ प्रमोद ठाकुर शामिल हैं।

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गौरतलब है कि नौ फरवरी को विधानसभा में शिक्षा मंत्री अग्रवाल ने कोरोना काल में बिना निविदा में मनमानी तरीके खरीदी गई सामग्री पर अधिकारियों (डीईओ) को निलंबित करने की घोषणा की थी। बतादें कि इन अधिकारियों पर कोरोना काल में स्कूली बच्चों को दिए जाने वाले सूखा राशन में हेराफेरी करने के साथ-साथ स्वच्छता के नाम पर , सैनिटाइजर, मास्क, ग्लोब्स खरीदी में भ्रष्टाचार के आरोप हैं।

बताया जाता है कि पिछली सरकार में ज्यादातर जिलाें में इस तरह की मनमानी हुई है। जिन जिलों में गड़बड़ी का मामला सामने आया है। उनमें सूरजपुर ज़िले में 11 करोड़ 36 लाख 34 हजार 730, मुंगेली में 99 लाख 95 हज़ार 151, बस्तर में 20 करोड़ 47 लाख 48 हजार 480, बीजापुर में 53 लाख 64 हजार 759 और कोंडागांव में 3 करोड़ 14 लाख 44 हजार 798 रुपये की ख़रीदी की गई थी।

चाक परियोजना के लिए पदस्थ शिक्षक हटाए गए

स्कूली शिक्षा के बदलते परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए तेजी से बदलाव लाने की दृष्टि से स्कूली शिक्षा में सुधार के लिए चाक परियोजना की शुरुआत की गई थी। परियोजना के कियान्वयन के लिए विश्व बैंक से संबंधित कार्यों को समय-सीमा में पूर्ण गुणवत्ता के साथ सम्पन्न करने के उद्देश्य से चाक प्रकोष्ठ में 14 शिक्षकों की प्रतिनियुक्ति की गई थी। इन्हें अब स्कूल शिक्षा विभाग ने एससीईआरटी में पदस्थ किया था। अब इन शिक्षकों को उनके मूल स्थान पर भेज दिया गया है।

जिन शिक्षकों को एससीईआरटी से हटाकर मूल स्कूल में भेजा गया है उनमें धर्मेंद कुमार बरेठ, हेमलता बंजारे, गौरीकांता साहू, डान सिंह वर्मा, निर्मला पांडेय, पूजा भावाराजू, प्रीति कुजूर, भुवन लाल पटेल, आशा वर्मा, वाणी मसीह, तरन्नुम खान, धनंजय शर्मा, गिरजाशंकर शुक्ला व निलिमा साहू शामिल हैं।