धरमलाल ने लगाया अरपा भैंसाझार परियोजना में अनियमितता का आरोप

धरमलाल ने लगाया अरपा भैंसाझार परियोजना में अनियमितता का आरोप

February 21, 2024 Off By NN Express

रायपुर । बजट सत्र के दौरान विधानसभा में बिलासपुर संभाग की अरपा भैंसाझार परियोजनों में देर का मामला उठा। राघवेंद्र कुमार सिंह ने इसको लेकर प्रश्‍न किया था। इस परियोजना से कोटा, तखतपुर और बिल्‍हा विकासखंड के करीब 25 हजार हेक्‍टेयर में सिंचाई होनी है। मंत्री केदार कश्‍यप ने सदन में बताया कि करीब साढ़े 12 हजार हेक्‍टेयर में अभी सिंचाई हो रही है। भूमि अधिग्रहण सहित कुछ और कारणों से इस काम में विलंब हुआ है। इस पर धर्मजीत सिंह और धरमलाल कौशिक ने पूरक प्रश्‍न किया।

धर्मजीत सिंह के प्रश्‍न का उत्‍तर देते हुए बताया कि परियोजना का मुख्‍य काम पूरा हो चुका है। बीच का काम बचा है उसे कनेक्‍ट करना बाकी है। कलेक्‍ट करते ही पूरे 25 हजार हेक्‍टेयर में सिंचाई होने लगेगी। धरमलाल कौशिक परियोजना में अनियमितता का आरोप लगाया। कहा कि अभी तक आधा ही काम हुआ है। विलंब के कारण लागत बढ़ रही है। महालेखाकार की भी टिप्‍पणी आई है। जिन लोगों के खेत का अधिग्रहण नहीं हुआ है उन्‍हें मुआवजा बांट दिया गया है, वह भी 10 करोड़ रुपये। 10 अधिकारी दोषी पाए गए हैं, लेकिन कार्यवाही नहीं की जा रही है।

इस बीच धर्मजीत सिंह ने इस मामले में स्‍थानीय विधायकों की अधिकारियों के साथ बैठक कराने का आग्रह किया। इस पर मंत्री कश्‍यप ने कहा कि वे स्‍वयं बिलासपुर आएंगे और अफसरों के साथ विधायकों की बैठक करांएगे। इस पर कौशिक ने नाराजगी जाहिर करते हुए स्‍पीकर डॉ. रमन सिंह से कहा कि इस परियोजना की की नींव आपके मुख्‍यमंत्री रहने के दौरान लालकृष्‍ण आडवानी ने रखी थी। अब तक काम पूरा नहीं हुआ है। इस पर स्‍पीकर ने कहा कि मंत्री जी कह रहे हैं कि वे बैठक करा देंगे, आपकी पीड़ा दूर कर देंगे। कौशिक बोले कि योजना की लाइनिंग, डिजाइन बदल दी गई। अब दोषियों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। पीड़ा इस बात की है कि जो सामने है उस पर कार्यवाही नहीं कर रहे हैं।

हालांकि इससे पहले मंत्री ने कहा कि संबंधित दोषी अधिकारी पर कार्यवाही की गई है। जो वर्तमान में भूमि अधिग्रहण का मामला है उसकी वजह से काम रुका हुआ है। चूक हुई है 8 करोड़ का अतिरिक्‍त भुगतान किया गया है। गलत भुगतान की तत्‍काल वसूली की कार्यवाही की जा रही है। नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत ने पूछा कि वहां का ठेकेदार कौन है।