छत्तीसगढ़: यातायात पुलिस के शिविर में व्यवसायिक वाहन चालकों का नेत्र-स्वास्थ्य परीक्षण

छत्तीसगढ़: यातायात पुलिस के शिविर में व्यवसायिक वाहन चालकों का नेत्र-स्वास्थ्य परीक्षण

January 28, 2024 Off By NN Express

नुक्कड़ नाटक के माध्यम से ग्राम सारागांव में चलाया जागरूकता अभियान

रायपुर । सड़क सुरक्षा माह 2024 के चौदहवें दिन यातायात पुलिस ने व्यवसायिक वाहन चालक बस चालक-परिचालक एवं आटो, ई-रिक्शा चालकों के लिए नेत्र-स्वास्थ्य परीक्षण शिविर का आयोजन किया। शिविर में 241 बस, आटो, ई-रिक्शा चालकों का नेत्र एवं स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। व्यवसायिक वाहन चालकों के अतिरिक्त 53 पुलिस स्टाफ, बस स्टैंड में कार्यरत नगर निगम स्टाफ का भी नेत्र एवं स्वास्थ्य जांच की गई। नेत्र एवं स्वास्थ्य जांच के लिए ए.एस.जी. आई हास्पिटल शंकर नगर की टीम, जिला हास्पिटल की टीम एवं श्रेयांश मल्टी स्पेशिलिटी हॉस्पिटल की टीम उपस्थित थी।

इस दौरान वाहन चालकों को यातायात नियमों की जानकारी दी गयी एवं शहर में सुरक्षित यातायात व्यवस्था बनाए रखने में अपनी भागीदारी देते हुए यातायात नियमों का पालन कर वाहन चलाने के लिए प्रशिक्षक टीके लाल भोई द्वारा बताया गया। स्वास्थ्य जांच में चालकों के बी.पी. एवं सुगर की जांच की गई। उक्त जांच शिविर में सचिन्द्र कुमार चौबे, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात रायपुर, सुशान्तो बनर्जी उप पुलिस अधीक्षक यातायात रायपुर एवं भाठागांव बस स्टैंड के प्रभारी उप निरीक्षक श्याम सिंह नेताम के साथ साथ यातायात की टीम भी उपस्थित थे।    



यातायात जनजागरूकता की कड़ी में ग्राम सारागांव में नुक्कड़ नाटक के माध्यम से रोचक तरीके से शराब पीकर गाड़ी चलाने से कैसे चालक, गाड़ी से अपना नियंत्रण खो देता है और दुर्घटना का शिकार होता है। दुर्घटना में जान चली जाती है और उस व्यक्ति पर आश्रित परिवार के लोग टूट जाते है। घर की परिस्थितयां बदल जाती है, परिवार आर्थिक तंगी से गुजरने लगती है पर सहयोग के लिए कोई आगे नही आता है। यह कड़वा सच है, जिसको सब जानते है परंतु सड़क पर अपनी सुरक्षा के प्रति जिम्मेदारी कोई निभाना नही चाहता। अपने जीवन का परिवार, समाज के लिए आवश्यकता को हमें समझना होगा। सड़क पर चलते समय अपने परिवार जनों के लिए हमें यातायात नियमों का पालन करना होगा, समझाया गया। यह भी बताया गया कि आज भी ग्रामीण अंचलों में बारात, चौथिया, छट्टी इत्यादि कार्यक्रमों को मालवाहक वाहनों में काफी संख्या में लोगों को बिठाकर ले जाया जाता है। वापसी में अक्सर खुशी के कार्यक्रमों के कारण वाहन चालक भी अन्य लोगों के साथ मदिरापान कर वाहन चलाता है। वाहन से नियंत्रण खोने पर एक ही बार में कई सवार लोगों की मौत हो जाती है। इन सबसे सीख लेने की जरूरत है। इसलिए मालवाहक वाहनों का उपयोग सवारी ढोने के लिए न किया जावे।  ग्रामवासियों को यातायात नियमों की अन्य जानकारी भी देते हुए पांपलेट वितरण किया गया है। यातायात नियमों का पालन करने की अपील की गई।