Vikram Vedha Review: ‘विक्रम वेधा’ बनकर ऋतिक रोशन और सैफ अली खान ने बिखेरा जलवा, आर माधवन और विजय सेतुपति को दी मात!

Vikram Vedha Review: ‘विक्रम वेधा’ बनकर ऋतिक रोशन और सैफ अली खान ने बिखेरा जलवा, आर माधवन और विजय सेतुपति को दी मात!

October 8, 2022 Off By NN Express

फिल्म: विक्रम वेधा
निर्देशक: पुष्कर- गायत्री
प्रमुख स्टार्स: ऋतिक रोशन, सैफ अली खान, राधिका आप्टे, रोहित सराफ और शारिब हाशमी
कहां देखें: थिएटर्स

क्या है कहानी: अगर आपने असली विक्रम वेधा नहीं देखी है तो भी फिल्म की कहानी को आप ट्रेलर देखकर ही समझ गए होंगे। फिल्म में वेधा (ऋतिक रोशन) एक विलेन है, जबकि विक्रम (सैफ अली खान) एक ईमानदार, सच्चा और दमदार पुलिसवाला है। पूरी फोर्स वेधा को पकड़ना चाहती है लेकिन एक दिन खुद ही वेधा सरेंडर कर देता है और विक्रम को एक कहानी सुनाता है। इसके बाद वेधा ऐसे ही धीरे धीरे विक्रम को अलग अलग कहानियां सुनाता है, जिसका दोनों की जिंदगी से पहलू जुड़ा होता है। धीरे धीरे कहानी के पत्ते खुलते हैं और विक्रम के आंखों से पट्टी खुलती है। कहानी उस मोड़ पर खत्म होती है, जहां बतौर दर्शक आप सोचते हैं कि क्या विक्रम अच्छा है या बुरा, या वेधा सच में अच्छा या नहीं? अब वेधा क्यों विक्रम को ही कहानी के लिए चुनता है? क्या वेधा या विक्रम में से आखिर में कोई मर जाता है? ऐसे ही कई सवालों के जवाब के लिए आपको फिल्म देखनी होगी।

क्या कुछ है खास: फिल्म की सबसे बड़ी ताकत इसके किरदार हैं। फिल्म को काफी खूबसूरती से लिखा गया है( अगर आपने पुरानी फिल्म नहीं देखी है तो, अगर देखी है तो कुछ नए की उम्मीद न करिएगा)। ऋतिक रोशन के फिल्म में तीन लुक्स हैं और तीनों ही लुक्स में वो काफी ज्यादा शानदार दिख रहे हैं। जिस तरह से उन्होंने वेधा के किरदार को निभाया है, वो स्क्रीन पर देखकर काफी अच्छा लगता है। फिल्म में सीरियस सीन्स में ऋतिक की स्माइल ने जान डालने का काम किया है। वहीं दूसरी ओर सैफ अली खान भी अपने नवाबी अंदाज में दम भरते दिखे हैं, जो विजुएल ट्रीट देता है। पुराने गानों पर चलते एक्शन सीन्स को देखकर काफी मजा आता है और कुछ नया देखने वाला फील मिलता है। फिल्म में में संजय मिश्रा और विजय राज का वॉयसओवर भी प्लस वन का काम करता है। फिल्म का कलर पैलेट भी बढ़िया है और पूरी फिल्म में आपको थीम से जुड़े शेड्स से जोड़े रखता है। इसके साथ ही साथ ऋतिक और सैफ के सिनेमैटिक शॉट्स को भी बढ़िया दिखाया गया है। फिल्म में राधिक आप्टे, रोहित सराफ और शारिब हाशमी सहित अन्य किरदारों का भी अच्छा रहा है।

कहां खाई मात: फिल्म की अगर एक बहुत बड़ी ताकत ऋतिक रोशन हैं तो कहीं न कहीं वही इसकी एक खामी भी साबित होते हैं। दरअसल ऋतिक रोशन के लुक्स इतने बेहतरीन हैं कि फिल्म में कई जह आपको ये लगता है कि एक इतना हैंडसम आदमी कैसे एक ऐसे विलेन के किरदार को निभा सकता है। वहीं दूसरी ओर एलकोहोलिया गाने में जिस तरह से ऋतिक रोशन ने अपने डांस मूव्स दिखाए हैं, उन्हें देखकर भी यही सवाल उठता है कि सच में एक गैंगस्टर ऐसा डांस कर रहा है। वहीं किसी सीन में ऋतिक शुद्ध हिंदी में बात करते दिखते हैं तो दूसरे सीन में हिंदी में भोजपुरी और यूपी का मिस्क टच देखने को मिलता है। बात ऋतिक के अलावा सैफ अली खान की करें तो उन्हें देखकर ऐसा लग रहा है कि वो आर माधवन को कॉपी सा कर रहे हैं, हालांकि इस में गलती सैफ की नहीं कहानी जिस लहजे में लिखी गई है, वैसे ही वो उस में ढल गए हैं और ड्रेसिंग से लेकर लुक्स तक को किरदार में वैसे ही संजोया गया है। फिल्म का बैकग्राउंड म्यूजिक इम्प्रेस नहीं करता है, हालांकि थीम म्यूजिक अच्छा है, लेकिन वो तो ओरिजनल विक्रम वेधा में भी रहा है। तकनीकी तौर पर भी फिल्म से कैमरा, एडिटिंग और डायरेक्शन में काफी उम्मीदें थीं, क्योंकि ये सब तो पहले भी देख चुके हैं।

देखें या नहीं: विक्रम वेधा का रीमेक वर्जन बॉलीवुड मसाले से भरपूर है, हालांकि अगर आपने विजय सेतुपति और आर माधवन की ओरिजनल फिल्म है तो रीमेक को आप कम एन्जॉय कर पाएंगे क्योंकि कहीं न कहीं आप तुलना में फंसे रह जाएंगे। लेकिन अगर आपने ओरिजनल फिल्म नहीं देखी तो इस फिल्म को आप भरपूर एन्जॉय कर सकते हैं। बात सैफ अली खान और ऋतिक रोशन की एक्टिंग की तुलना की करें तो कुछ सीन्स में इन दोनों ने जहां माधवन और विजये सेतुपति को मात दी है, तो वहीं कुछ सीन्स में वो इन पर भारी दिखते हैं।