सुपरस्टार रजनीकांत की फिल्म ‘जेलर’ रिलीज, कमाए 100 करोड़ रुपए

सुपरस्टार रजनीकांत की फिल्म ‘जेलर’ रिलीज, कमाए 100 करोड़ रुपए

August 13, 2023 Off By NN Express

मुंबई। सुपरस्टार रजनीकांत के फैन पूरे भारत में ही नहीं बल्कि दुनिया भर में हैं। उनका एक-एक स्टाइल लोगों को दीवाना बना देता है, जब वह स्क्रीन पर आते हैं तो लोग थिएटर में नाचने-गाने लगते हैं। लंबे समय से इंडियन सिनेमा के थलाइवा की फिल्म का लोगों को इंतजार था। सुपरस्टार रजनीकांत की फिल्म ‘जेलर’ गुरुवार को सिनेमाघरों में रिलीज हुई है, सिर्फ दो ही दिनों में फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर अपना कब्जा जमा लिया है। फिल्म महज गुरुवार और शुक्रवार 100 करोड़ रुपए की कमाई का जादुई आंकड़ा पार कर चुकी है। 

500 करोड़ की कमाई का अनुमान 

अब जबकि फिल्म ने केवल दो दिनों में 100 करोड़ रुपये से ज्यादा कमाई कर ली है तो इंडस्ट्री के ट्रेड एनालिस्ट का मानना है कि फिल्म की लाइफटाइम कमाई 500 करोड़ रुपये से ज्यादा होगी। ट्रेड एनालिस्ट रमेश बाला ने कहा है कि 100 करोड़ रुपये की ओपनिंग पूरी तरह से हैरान करने वाली नहीं थी, क्योंकि ‘जेलर’ के पांच साउथ के राज्यों खासकर तमिलनाडु, केरल और तेलुगु भाषी राज्यों में धमाका करने की उम्मीद थी। कर्नाटक ने भी अच्छा योगदान दिया है। लेकिन, इसमें मुख्य रूप से तमिल, मलयालम और तेलुगु राज्य हैं।

रविवार को होगी इतनी कमाई 

फिल्म के अपेक्षित वीकेंड कलेक्शन के बारे में बात करते हुए रमेश बाला ने कहा कि देखिए, मुझे उम्मीद है कि रविवार रात के अंत तक, सोमवार तक यह कलेक्शन 275 करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगा।  रमेश बाला से पूछा गया कि क्या तमिल फिल्म इस शानदार रफ्तार को बरकरार रखेगी। इस पर उन्होंने कहा कि हां, सोमवार और मंगलवार होगा, विशेषकर मंगलवार क्योंकि इस दिन स्वतंत्रता दिवस है। मुझे उम्मीद है कि यह रफ्तार बुधवार को थोड़ा धीमी हो जाएगी, लेकिन गुरुवार और शुक्रवार को यह फिर से अपनी रफ्तार पकड़ लेगी और काफी समय तक यही बनी रहेगी। 

क्यों बनीं इतनी बड़ी हिट?

फिल्म की बड़ी सफलता के पीछे के कारणों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ”जेलर का दक्षिण में एक बड़ा बाजार है, और यहां तक कि संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, यूरोप, ब्रिटेन, संयुक्त अरब अमीरात, खाड़ी राज्यों, मलेशिया, इंडोनेशिया जैसे देशों में भी एक बड़ा अंतरराष्ट्रीय बाजार भी है। कुछ अन्य बड़े बाज़ारों में हांगकांग, चीन और कुछ अन्य दक्षिणपूर्वी देश भी शामिल हैं।”