Morning Ritual: क्या आपकी सुबह भी होती है तनाव और हड़बड़ी से भरी? तो जानें इसे आसान बनाने के 5 तरीके

Morning Ritual: क्या आपकी सुबह भी होती है तनाव और हड़बड़ी से भरी? तो जानें इसे आसान बनाने के 5 तरीके

August 5, 2023 Off By NN Express

Morning Ritual: सुबह का अलार्म बजा और रेस शुरू! कितने सारे घरों में कमोबेश यही हाल होता है। हर सुबह एक नया सवेरा जरूर लाता है लेकिन वही पुराने काम की लिस्ट हमारा प्रतिदिन इंतजार करती है। जल्दी उठो, बच्चों का टिफिन तैयार करो, उन्हें स्कूल भेजो, पति का लंच बनाओ, खुद नहाओ धो, घर के बड़े बुजुर्ग के लिए सुबह की चाय से लेके हर जरूरत का प्रबंध करो। ऐसे में कई महिलाएं अपना आपा खो देती हैं या फिर हर समय तनाव में रहती हैं जो कि उनके और उनके परिवार की सेहत के लिए नुकसानदायक है। आइए जानते हैं कि कैसे निपटे इस हर सुबह की मैराथन दौड़ से –

1. एक रात पहले ही अगले दिन का रूटीन तय करने की आदत डालें। जैसे ब्रेकफास्ट की तैयारी जितनी हो सके रात में ही कर लें। मसाले भून कर इनका पाउडर या पेस्ट बना कर फ्रिज में स्टोर कर लें। बैटर बना कर फ्रिज में रख सकते हैं। चटनी बना कर या उसकी तैयारी करके रख लें। लहसुन छील कर रख लें। कुछ सब्जियां जो काट कर फ्रिज में स्टोर की जा सकती हैं उन्हें तैयार करके वेजिटेबल कॉटन बैग में रख कर स्टोर कर लें।

2. वीकली प्लानर बनाएं। एक हफ्ते में सुबह शाम क्या बनेगा इसका मेन्यू तैयार करें। क्योंकि असली सवाल यही होता है कि खाना क्या बनाएं! इसलिए जब आप मेन्यू तैयार रखती हैं तो उस हिसाब से फटाफट आप खाने की तैयारी भी कर लेंगी। इससे काफी समय बचता है और अगर खाने से संबंधित कोई सामान घर में न हो तो एक दिन पहले मार्केट से ला कर रख भी सकती हैं।

3. अगर एक उम्र के बाद, या फिर किसी स्वास्थ्य की दृष्टि से आप ये सब काम अकेले करने में असमर्थ महसूस करती हैं तो मदद लेने में जरा भी संकोच न करें। एक मेड रखें जो आपके काम को हल्का करने में आपकी मदद करे। उससे आटा गूंथने को बोल सकती हैं, या सब्जियां काटने को भी। जरूरत के हिसाब से खाना बनाने के लिए भी मेड रख सकती हैं जिससे आप घर के अन्य काम निश्चिंत हो कर कर सकें। उद्देश्य बस इतना है कि खुद को झोंक कर कोई काम न करें, अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखते हुए खुश हो कर सुबह उठें।

4. अपने पार्टनर से खुल कर बात करें और अपनी परेशानियां शेयर करें। उन्हें बताएं कि कैसे आप शारीरिक और मानसिक रूप से थक जाती हैं। उनसे हर संभव मदद लें। आप किसी करीबी दोस्त या भरोसेमंद रिश्तेदार से भी अपनी बातें शेयर कर सकती हैं क्योंकि शेयर कर लेने से मन हल्का हो जाता है और उनसे निपटने के कुछ नए रास्ते भी मिलते हैं। बच्चे बड़े हो रहे हैं तो उन्हें उनका काम बांट दें, जैसे अपने कपड़े समेटना, टिफिन रखना, घर की सफाई करना आदि। इस तरह मिल जुल कर काम करने से बच्चे जिंदगी के जरूरी काम भी करना सीखेंगे और आपको मदद भी मिलेगी।

5. योग और ध्यान के लिए समय निकालें। मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता दें। याद रखें कि आपके काम किए बिना एक सामान्य दिन बीत सकता है लेकिन खराब स्वास्थ्य के साथ एक मिनट भी रहना कठिन होता है।