‘मेरे बेटे की हत्या की गई, पढ़ने में कमजोर नहीं था’  छात्र की मौत पर बोली मां….

‘मेरे बेटे की हत्या की गई, पढ़ने में कमजोर नहीं था’ छात्र की मौत पर बोली मां….

August 4, 2023 Off By NN Express

राजस्थान के कोटा में एक छात्र की संदिग्ध परिस्थितियों में हुई मौत के बाद उसके परिजनों ने इसे हत्या करार दिया है. कोटा में राष्ट्रीय पात्रता और प्रवेश परीक्षा (नीट) की तैयारी कर रहे छात्र के बारे में दावा किया गया कि उसने प्लास्टिक बैग में चेहरा लपेटकर कथित तौर पर खुदकुशी कर ली. मौत के बाद परिजन देर शाम को उत्तर प्रदेश से कोटा पहुंचे और उन्होंने मौत की जांच की मांग की है.

पुलिस का कहना है कि यूपी के रामपुर का रहने वाला मनजोत छाबड़ा (17) विज्ञान नगर पुलिस थाना क्षेत्र स्थित अपने हॉस्टल के कमरे के अंदर मरा हुआ मिला. पुलिस ने अंदेशा जताया कि उसने बुधवार और गुरुवार की दरमियानी रात खुदकुशी की.

‘मेरे बेटे का मर्डर किया गया’

रामपुर से कोटा पहुंची मां गुरपीत ने बेटे की मौत पर कहा, “इस बात पर कोई अंदेशा नहीं है कि मेरे बेटे का कत्ल किया गया है. यह पूरी तरह से मर्डर है. मेरा बेटा इतना भी कमजोर नहीं था जो यह स्टेप उठा पाता. वह स्कूल की पढ़ाई में अव्वल रहा है और इंटर में टॉपर भी रहा था.” उन्होंने कहा, “मेरा बेटा कोटा में 5 बच्चों के साथ आया था. कोचिंग के 3 टेस्टों में इन पांचों बच्चों में से उसके नंबर ज्यादा रहे हैं फिर वह क्यों सुसाइड करेगा?”

मां गुरपीत ने मीडिया से बातचीत में रोते-रोते बताया, “बुधवार रात 8 बजे उससे आखिरी बार बात हुई थी. उसने हमसे नॉर्मल तरीके से बात की. उसने हमसे कहा कि 4 अगस्त को पापा का बर्थडे है. आप लोग कहीं घूमने जा रहे हो? इसके पापा के बर्थडे पर हम हमेशा कहीं ना कहीं घूमने जाते हैं. इस पर मैंने उसको बताया कि रामनगर जाने का प्लान है. उसने कहा कि इस बार आप लोग चले जाओ, नेक्स्ट टाइम देखूंगा. अब अगर उसे सुसाइड ही करना होता यह बात मुझसे क्यों कहता?”

‘कोचिंग सेंटर ने भी नहीं दी जानकारी’

खुदकुशी पर शक जताते हुए गुरपीत ने कहा, “अगर मुझे सुसाइड ही करना होगा तो मैं सबसे आसान तरीके का इस्तेमाल करूंगी. ढेर सारा मेडिसिन खा लूंगी. खुद को पॉलिथीन नहीं बांधूंगी. उसकी बॉडी हमने देखी है. उसके दोनों हाथ पीछे से बंधे हुए थे और मुंह पर पॉलीथिन बंधी हुई थी. यह कैसे हो सकता है? उसका कमरा भी पूरा तितर-बितर हो रखा था, जबकि वह कमरे को सही तरीके से रखा करता था.” उन्होंने पूछा, “कोटा में किसी भी बच्चे की मौत होगी तो क्या वह सुसाइड होगा? यह सुसाइड नहीं है. मेरे बेटा डिप्रेशन का शिकार नहीं था. वह हमेशा हंसी मजाक किया करता था.”

बेटे की मौत की जानकारी नहीं देने पर कोचिंग संस्थान पर बरसते हुए गुरपीत ने कहा, “कोचिंग संस्थान ने हमें सुबह सूचना नहीं दी जिसके साथ (दोस्त लक्ष्य) मेरा बेटा कमरे में रहता था उसके पिता ने हमें मनजोत मौत की सूचना दी. कोचिंग वालों ने हमें मनजोत की मौत की सूचना देना तक उचित नहीं समझा.”