भिखारी को बताया अपना पति, 24 घंटे बाद बोली- ये तो वो वाले नहीं हैं

भिखारी को बताया अपना पति, 24 घंटे बाद बोली- ये तो वो वाले नहीं हैं

July 29, 2023 Off By NN Express

उत्तर प्रदेश के बलिया में एक अजीब घटनाक्रम हुआ है. यहां जिला अस्पताल में शुक्रवार को इलाज के लिए आई देवकली गांव की एक महिला को वहां भीख मांग रहे भिखारी को देख भ्रम हो गया. उसने भिखारी को समझा कि वह दस साल पहले लापता हुए उसके पति हैं. इसके बाद महिला ने अपने बेटे को बुलाकर जबरन उसे अपने घर ले गई.

इस बात के 24 घंटे भी नहीं बीते कि महिला ने यह कहते हुए बवाल खड़ा कर दिया कि ये उसके पति नहीं, बल्कि उन्हीं की शक्ल सूरत वाला कोई और व्यक्ति है. बाद में ग्रामीणों ने उस व्यक्ति से बातचीत की तो पता चला कि वह नगरा थाना क्षेत्र में रहने वाला राहुल है.

महिला ने बताया कि उसके पति दस साल पहले अचानक कहीं चले गए थे. तब से वह पलक पांवड़े बिछा कर उनके लौटने का इंतजार कर रही थी. इसी बीच शुक्रवार की सुबह वह अपना इलाज कराने के लिए जिला अस्पताल गई. वहां अस्पताल के बाहर उसने भिखारी को देखा तो वह ई-रिक्शा से उतर गई और उस भिखारी को अपना पति बताने लगी. बवाल बढ़ने पर महिला ने अपने बेटे को फोन कर बुलाया और फिर दोनों मिलकर भिखारी को अपने घर ले गए.

उस दिन शाम को उनके घर में जश्न का माहौल था. लोग उस व्यक्ति को देखने के लिए आ रहे थे. उस समय तक सभी सहमत थे कि यही व्यक्ति महिला का पति है. लेकिन अगले दिन महिला ने फिर से हंगामा शुरू कर दिया. कहा कि यह आदमी उसका पति नहीं है, बल्कि उसके पति के शक्ल सूरत का कोई और व्यक्ति है. महिला ने बताया कि उसके पति मोतीचंद अपने दिमाग का इलाज कराने के लिए नेपाल गए थे और वहीं से लापता हो गए थे.

उसने इस आदमी को अस्पताल के बाहर देखा तो उसे भ्रम हो गया कि यही उसके पति हैं. लेकिन घर लाने के बाद उसे नहलाया धुलाया.इस दौरान उसके पति की पहचान वाले दाग नहीं दिखे तो महिला ने कहा कि उसे पहचानने में गलती हो गई है.

वहीं, ग्राम प्रधान प्रतिनिधि ने बताया कि उनके गांव में रहने वाले मोतीचंद करीब 10 साल पहले लापता हो गए थे. उनकी पत्नी कल जिला चिकित्सालय गई थी. वहां उसने पति की शक्ल सूरत वाले आदमी को देखा तो उसे उठाकर घर लेती आई. कहा कि यह उसके पति हैं. गांव वालों से भी पहचान कराई गई. उस समय सभी लोग मान लिए कि चेहरा मोहरा तो वही है, लेकिन दाढ़ी मूछें बढ़ गई है.

उसने इस आदमी को अस्पताल के बाहर देखा तो उसे भ्रम हो गया कि यही उसके पति हैं. लेकिन घर लाने के बाद उसे नहलाया धुलाया.इस दौरान उसके पति की पहचान वाले दाग नहीं दिखे तो महिला ने कहा कि उसे पहचानने में गलती हो गई है.

वहीं, ग्राम प्रधान प्रतिनिधि ने बताया कि उनके गांव में रहने वाले मोतीचंद करीब 10 साल पहले लापता हो गए थे. उनकी पत्नी कल जिला चिकित्सालय गई थी. वहां उसने पति की शक्ल सूरत वाले आदमी को देखा तो उसे उठाकर घर लेती आई. कहा कि यह उसके पति हैं. गांव वालों से भी पहचान कराई गई. उस समय सभी लोग मान लिए कि चेहरा मोहरा तो वही है, लेकिन दाढ़ी मूछें बढ़ गई है.