इंटरव्यू फेल होने पर भी मिलेगी नौकरी, जानें क्या प्लान तैयार कर रहा UPPSC ?

इंटरव्यू फेल होने पर भी मिलेगी नौकरी, जानें क्या प्लान तैयार कर रहा UPPSC ?

May 1, 2023 Off By NN Express

UP PCS Interview: हर साल लाखों की संख्या में छात्र सरकारी परीक्षाओं में शामिल होते हैं, लेकिन कुछ को ही सफलता हाथ लगती है. बहुत से ऐसे कैंडिडेट्स भी हैं, जो इंटरव्यू राउंड में जाकर फेल हो जाते है. उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग यानी UPPSC इंटरव्यू में फेल होने वोलों के लिए एक शानदार पहल करने जा रहा है. इसके तहत इंटरव्यू तक पहुंचने के बाद भी असफल होने वाले कैंडिडेट्स को नौकरियां दी जाएंगी.

इंटरव्यू फेल होने वालों के लिए निजी क्षेत्रों में नौकरियों के दरवाजे खुल सकते हैं. बहुत जल्दी आयोग विज्ञापन देकर युवाओं से उनकी सहमति लेने की प्रक्रिया शुरू करेगा. बता दें कि, आयोग केंद्रीय कार्मिक मंत्रालय की पहल पर इस तरह का प्रयोग करेगा.

Private Job का मौका

संघ लोक सेवा आयोग की तरफ से 2017 में इस तरह के स्कीम की शुरुआत की गई थी. इसके सकारात्मक परिणाम सामने आए. पहले साथ सिर्फ 800 कैंडिडेट्स ने इस स्कीम में सहमति दी थी. उस साल 200 अभ्यर्थियो को प्राइवेट क्षेत्रों में नौकरी मिली थी. अगले साल इस स्कीम में छह हजार युवाओं ने रुचि दिखाई.

इस स्कीम में भी इंटरव्यू में असफल युवाओं के नंबर सार्वजनिक करने से पहले उनकी सहमति लेने का नियम बनाया गया था. अब लगभग ऐसी ही पहल उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग ने करने का फैसला किया है. तय किया गया है कि विज्ञापन निकाल कर पूर्व में भी इंटरव्यू तक पहुंचे ऐसे युवाओं की सहमति ली जाएगी, जो अभी भी बेरोजगार हैं.

उनकी सहमति मिलने के बाद UPPSC कैंडीडेट का नाम, पता, टेलीफोन नंबर, स्कोर कार्ड आदि अपनी वेबसाइट पर पब्लिश कर देगा. यहीं से प्राइवेट कंपनियां सीधे अपने यहां बुलाकर नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी कर पाएंगी. आयोग इस सिलसिले में राज्य और देश की चुनिंदा कंपनियों से अपील भी करेगा. आयोग के ऑफिसरों का मानना है कि चेयरमैन संजय श्रीनेत की यह पहल राज्य के मेधावी युवाओं के लिए काफी हद तक मददगार होगी.

इंटरव्यू फेल होने पर नौकरी का मौका

इस समय सामान्य तौर पर एक पद के लिए चार युवाओं को इंटरव्यू के लिए बुलाये जाने की व्यवस्था लागू है. मतलब तय है कि कठिन परीक्षा प्रक्रिया से गुजरने के बावजूद तीन चौथाई युवा सेलेक्शन से बच जाते हैं. आयोग को इनकी योग्यता पर कोई शक नहीं है. वैकेंसी नहीं होने के कारण इनकी नियुक्ति नहीं हो पाती. एक अधिकारी ने कहा कि मान लीजिए किसी निजी स्कूल को पोलिटिकल साइंस का टीचर चाहिए तो वे इस लिस्ट से संबंधित युवा को सीधे बुलाकर बातचीत करके नियुक्ति दे सकते हैं.

इस साल यूपी पीसीएस के लिए सिर्फ 173 पदों की रिक्तियां आई थीं. इन पदों पर चयन के लिए 5.70 लाख युवाओं ने आवेदन किया है. मतलब एक पद के लिए 3294 नौजवान लाइन में हैं. प्री-परीक्षा आगामी 14 मई को तय है. देखना होगा कि कितने युवा शामिल होते हैं. प्री में सफल होने वालों को ही मुख्य लिखित परीक्षा के लिए मौका मिलेगा.

प्री, मेन्स में चाहे जितने सफल हों लेकिन इंटरव्यू के लिए तो अधिकतम सात सौ ही बुलाए जाएंगे. मतलब यह हुआ कि लगभग पांच सौ लोगों को नियुक्ति पत्र नहीं मिल पाएगा. पर, इंटरव्यू तक पहुंचे लोग सहमति दे देंगे तो उनके लिए एक और विंडो खुल जाएगी. प्री में सेलेक्ट होने के बाद जब युवा मेंस के लिए फॉर्म भरेंगे तब उन्हें सहमति का कालम इसी में मिल जाएगा.

इस फैसले से इंटरव्यू दे चुके युवा भी उत्साहित हैं. उनका कहना है कि दो-चार-छह नंबर से सेलेक्ट नहीं होने पर फेलियर का जो ठप्पा लगता था, उससे यह पहल काफी राहत देगी. सब कुछ शीशे की तरह सबके सामने होगा. बहरहाल, इसके अंतिम परिणाम क्या होंगे यह समय बताएगा लेकिन बेरोजगारी की भीड़ में आयोग का यह फैसला पुरवा हवा के झोंके की तरह है.