Twitter एक बार में नहीं हटा सकता सारे Blue Tick, इस वजह से मजबूर हुई कंपनी…

Twitter एक बार में नहीं हटा सकता सारे Blue Tick, इस वजह से मजबूर हुई कंपनी…

April 6, 2023 Off By NN Express

Twitter Blue Tick: ट्विटर ने 1 अप्रैल को लीगेसी ब्लू टिक हटाने के फैसला किया था. हालांकि, अभी तक पुराने तरीके से मिले सभी ब्लू टिक को हटाया नहीं गया है. यहां जानें कि कंपनी एक बार में सारे ब्लू टिक क्यों नहीं हटा पा रही है. ट्विटर ने पुराने तरीके से मिले ब्लू टिक को हटाने के लिए 1 अप्रैल का दिन चुना था. कंपनी ने ऐलान किया था कि बिना ट्विटर ब्लू सब्सक्रिप्शन खरीदे लीगेस ब्लू टिक  यानी पुराने तरीके से मिले ब्लू चेकमार्क को हटाया जाएगा. इस फरमान के बावजूद अभी तक सभी लीगेसी ब्लू टिक नहीं हटे हैं. अब आप सोच रहे होंगे कि माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म की ऐसी क्या मजबूरी है जो अभी तक सारे ब्लू टिक नहीं हटा पाया. लेकिन इस बात का जवाब शायद आपको चौंका सकता है.

दरअसल, ट्विटर के पास ऐसी टेक्नोलॉजी नहीं है जो एक ही बार में 4.2 लाख वेरिफाइड अकाउंट्स से ब्लू टिक हटा दे. वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक कंपनी के पास तेजी से ब्लू टिक हटाने की टेक्नोलॉजी नहीं है. फिलहाल ये काम बड़े पैमाने पर करने के लिए मैनुअल प्रोसेस ही बेहतर रहेगी. ऐसे में जिनके पास पुराना ब्लू टिक है उन्हें थोड़े समय के लिए राहत मिलने की उम्मीद है.

ऐसे हटता है ब्लू टिक

इस रिपोर्ट में सामने आया है कि वेरिफिकेशन का निशान हटाने का काम मैनुअल प्रोसेस के जरिए किया जाता है. जिस सिस्टम से ये काम होता है उसके ब्रेक होने का खतरा भी रहता है. ये सिस्टम एक्सेल स्प्रेडशीट की तरह काम करता है जिसमें वेरिफिकेशन डेटा स्टोर रहता है. दरअसल, अब से पहले कंपनी को बड़े पैमाने पर ब्लू टिक हटाने की जरूरत नहीं पड़ी है.

ब्लू टिक हटाने से पहले मिलेगी मोहलत

1 अप्रैल से ब्लू टिक हटाने के मामले पर एलन मस्क ने एक ट्वीट किया था. मस्क ने कहा कि ब्लू टिक हटाने से पहले यूजर्स को कुछ हफ्ते का वक्त दिया जाएगा. इसके बाद भी अगर वे पेमेंट नहीं करते हैं तो हम उनका ब्लू टिक हटा देंगे. हालांकि मस्क ने इस ट्वीट को डिलीट कर दिया है. ट्विटर में एक बार में इतना बड़ा बदलाव करने से साइट को नुकसान पहुंचने का भी खतरा है.

एक बार में सारे ब्लू टिक हटाने के खतरे

लाखों वेरिफाइड यूजर्स का ब्लू टिक हटाने से ट्विटर की वेबसाइट पर गलत असर पड़ सकता है. बड़े पैमाने पर बदलाव करने से रिकमेंडशन अल्गोरिद्म, स्पैम फिल्टर और हेल्प सेंटर रिक्वेस्ट जैसे फीचर्स में भी गड़बड़ी हो सकती है. बता दें कि मस्क ने ब्लू टिक हटाने के लिए 1 अप्रैल की डेडलाइन दी थी, लेकिन अभी तक सिर्फ द न्यूयॉर्क टाइम्स का ब्लू टिक हटाया गया है.