जेडीयू MLA ने शिक्षामंत्री को कहा चिरकुट, बोले-हिन्दू धर्म से दिक्कत तो इस्लाम

जेडीयू MLA ने शिक्षामंत्री को कहा चिरकुट, बोले-हिन्दू धर्म से दिक्कत तो इस्लाम

January 19, 2023 Off By NN Express

रामचरितमानस पर जहर उगलने वाले बिहार के शिक्षामंत्री को उनकी सरकार में ही शामिल पार्टी जेडीयू के MLA ने चिरकुट बताया है. जेडीयू विधायक ने कहा है कि हमारी सहनशीलता को वह मजबूरी नहीं समझे, यही बात उन्होंने किसी दूसरे धर्म के लिए कहीं होती तो उनका घर से निकलना मुश्किल हो जाता. संजीव कुमार ने कहा कि वह हमारे आस्था को बार-बार ठेस पहुंचा रहे हैं. इससे उनकी वाह- वाही नहीं हो रही है. इस बात को वह समझें और चुपचाप माफी मांगे.

परबत्ता विधायक संजीव कुमार ने कहा कि शिक्षामंत्री ने अपने ही धर्म के बारे में बोलकर एकदम चिरकुट वाला काम किया है. उनके इस बयान से हिन्दू धर्म के सभी लोग दुखी है. उनके बयान से दूसरे धर्म के लोग भी दुखी हैं. उन्होंने जो बयान दिया है उससे दुखद कुछ नहीं हो सकता है.

‘शिक्षामंत्री को इलाज की जरूरत’
विधायक संजीव कुमार ने कहा कि हिंदू धर्म की बुराई बर्दाश्त के बाहर है. किसी भी हाल में उनका अपमान नहीं सहेंगे. उन्होंने जो बयान दिया है उससे यह साबित होता है कि उन्हें हिन्दुत्व में विश्वास नहीं है. अगर वह रामचरितमानस को नहीं मानते हैं तो उन्हें दूसरा धर्म इस्लाम धर्म कबूल कर लेना चाहिए. इसके साथ ही परबत्ता विधायक ने यह भी कहा कि-शिक्षा मंत्री प्रोफेसर चंद्रशेखर यादव की मानसिक स्थिति गड़बड़ा गई है. उन्हें टेबलेट देकर इलाज कराने की जगह प्रोपर इलाज कराने की जरुरत है.

रामचरितमानस पर विवादित बयान
दरअसल बिहार में शिक्षामंत्री चन्द्रशेखर के विवादित बयान के बाद राजनीति गरमाया हुआ है. शिक्षामंत्री ने श्रीरामचरित मानस को नफरत फैलाने वाला किताब बताया है. उन्होंने पटना में बीते बुधवार को नालंदा खुला विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में कहा था- रामचरितमानस समाज में नफरत फैलाने वाला ग्रंथ है. यह समाज में पिछड़ों, महिलाओं और दलितों को शिक्षा हासिल करने से रोकता है और उन्हें बराबरी का हक देने से रोकता है.

बीजेपी-जेडीयू दोनों हमलावर
जिसके बाद बीजेपी और जेडीयू इसपर हमलावर है. जेडीयू ने शिक्षामंत्री से बयान वापस लेने और माफी मागने की मांग की है. इधर बीजेपी ने सीएम नीतीश कुमार से शिक्षामंत्री को बर्खास्त करने और उनपर मुकदमा दर्ज कराने की मांग की है. जबकि आरजेडी ने अपनी पार्टी के नेता चन्द्रशेखर के बयान का समर्थन किया है.