ओडि़शा से गांजे की तस्करी, एमपी के तस्कर पकड़ाए
January 15, 2023रायपुर/महासमुंद। हुंडई क्रेटा कार में 80 किलो गांजा की तस्करी करते 2 अन्तर्राजीय आरोपी को गिरफ्तार किया गया है। दरअसल छत्तीसगढ राज्य के सीमावर्ती राज्य ओडिशा से लगातार अवैध मादक पदार्थ गांजा का परिवहन किये जाने की सूचना पर पुलिस अधीक्षक धर्मेन्द्र सिंह ने सघन चेकिंग कर कार्रवाई के निर्देश दिए है. इस दौरान मुखबीर से सूचना मिली कि ओडि़शा से अवैध मादक पदार्थ गांजा का बडा खेप एक क्रेटा कार में ओडिशा से महासमुन्द होते हुये मध्य प्रदेश की ओर जाना वाला है। जिस पर तत्काल पुलिस अधीक्षक द्वारा थाना सिंघोडा पुलिस टीम को त्वरित कार्यावाही करने हेतु निर्देशित किया। महासमुंद जिले में प्रवेश करने वाले समस्त पाईंटों पर भी बल तैनात कर संदिग्ध वाहन की जांच कर रही थी तभी बरगड ओडिशा़ की तरफ से 01 क्रेटा कार क्रमांक ष्टत्र 04 रु्य 5040 महासमुन्द की ओर आ रही थी। उक्त वाहन क्रेटा कार को एन.एच. 53 रोड रेहटीखोल के पास घेराबंदी कर रोका गया। फिर वाहन की तलाशी ली गई। क्रेटा कार के पीछे डिक्की में एक प्लास्टिक बोरी मिला। जिसे खोलकर देखने पर अवैध मादक पदार्थ गांजा मिला। जिसे तौल करने पर कुल 01 प्लास्टिक बोरी में 80 किलो मादक पदार्थ गांजा मिला। आरोपी से गांजा के संबंध में पूछताछ करने पर उडि़सा से लाना और मध्य प्रदेश ले जाना बताये। आरोपियों द्वारा भारी मात्रा में गांजा परिवहन किये जाने पर आरोपीओं के विरूद्ध अपराध क्रमांक 06/2023 धारा 20(ख) एन0डी0पी0एस0 के तहत थाना कोमाखान में कार्यवाही की जा रही है।
स्कूटी से गांजा ला रहे युवक गिरफ्तार रायगढ़ के जूटमिल चौकी प्र्रभारी को मुखबीर से सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति काला रंग का हिरो मैस्ट्रो स्कुटी क्र सीजी 13 यु.डी. 8945 में गांजा रखकर उडिसा तरफ से नेशनल हाईवे रोड पर गांजा लेकर बिक्री करने रायगढ तरफ आ रहा है । सूचना पर जूटमिल स्टाफ द्वारा विभिन्न स्थानों पर नाकेबंदी किया गया था । देर शाम हाइवे रोड केआईटी कालेज के सामने, गढउमरिया के पास नाकेबंदी कर संदेही युवक को पकड़ा गया। संदेही अपना नाम लक्ष्मीप्रसाद चंद्रा पिता रामकुमार चंद्रा उम्र 23 साल साकिन जशपुर कछार थाना कोसीर जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़ बताया । संदेही को नाकेबंदी के कारणों से अवगत कराकर उसके तथा उसके काला रंग के हिरो मेस्ट्रो स्कुटी सीजी 13 यु.डी.- 8945 को विधिवत चेक किया गया । संदेही के स्कुटी सीट के नीचे डिक्की के अन्दर सफेद रंग के प्लास्टि क बोरी वाला थैले में छिपाकर रखा हुआ संदिग्ध पदार्थ गांजा करीब 3 किलो 500 ग्राम किमती करीब ?24,500 का प्राप्त हुआ है जिसकी गवाहों के समक्ष जप्ती की गई । आरोपी द्वारा अवैध रूप से गांजा परिवहन करना पाये जाने पर आरोपी से गांजा एवं परिवहन में प्रयुक्त एक काला रंग का हिरो मेस्ट्रो स्कुटी सीजी 13 यु.डी. 8945 को जप्त किया गया है । आरोपी पर पुलिस चौकी जूटमिल (थाना कोतवाली) पर धारा बी एनडीपीएस एक्ट के तहत के तहत कार्यवाही किया गया है ।
कुरियर के जरिए गांजे की सप्लाई कर रहे तस्कर एक्सप्रेस ट्रेनों के जरिए गांजा, शराब व अन्य मादक पदार्थों की तस्करी हो रही है। रेलवे सुरक्षा बल की लगातार कार्रवाई के बाद भी इस पर अंकुश नहीं लग पा रहा है। बीते तीन माह में जीआरपी ने 25 से अधिक गांजा-शराब तस्करी के मामले पकड़कर लाखों रुपये के मादक पदार्थ जब्त किया है। आरोपितों में ज्यादातर तस्कर उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, दिल्ली और ओडिशा के हैं। जीआरपी की जांच में पता चला है कि बड़े तस्कर कुरियर ब्वाय से तस्करी करा रहे हैं। कुरियर ब्वाय 10 से 15 हजार रुपये लेकर एक से दूसरे स्थान पर मादक पदार्थ पहुंचा रहे हैं। जीआरपी ने वर्ष-2022 में मादक पदार्थों की तस्करी के 353 मामले दर्ज कर 225 लोगों पर प्रतिबंधात्क कार्रवाई की है। जीआरपी के अधिकारियों के अनुसार ओडिशा से छत्तीसगढ़ होते हुए देशभर में गांजा तस्करी हो रही है।प्रदेश से कटा मलकानगिरी की पहाड़ी का हिस्सा ओडिशा में आता है। इस पहाड़ी से छत्तीसगढ़, ओडिशा और आंध्र प्रदेश की सीमा जुड़ी हुई है। यहीं से गांजे की खरीदी कर ट्रेनों के जरिए दूसरे राज्यों, शहरों में आपूर्ति की जा रही है। पुलिस अधिकारी भी स्वीकार करते हैं कि ओडिशा से हो रही गांजे की तस्करी का 10 प्रतिशत हिस्सा ही पकड़ा जाता है, शेष की भनक तक नहीं लग पाती।
इन राज्यों में गांजे की तस्करी : जीआरपी, आरपीएफ के अधिकारियों का दावा है कि ओडिशा और आंध्र प्रदेश से हर वर्ष करोड़ों रुपये का गांजा देश के 20 राज्यों में तस्करी कर पहुंचाया जाता है। इन राज्यों में गांजा आपूर्ति का मुख्य रास्ता छत्तीसगढ़ के बस्तर, महासमुंद और रायगढ़ से होकर गुजरता है। इन्हीं तीनों जिलों के अलग-अलग रास्तों से तस्कर गांजे की खेप दूसरे राज्यों में लेकर जाते हैं। सबसे ज्यादा गांजा हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, पंजाब, उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र, दमन-दीव, हिमाचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना,जम्मू-कश्मीर आदि राज्यों में भेजा जाता है। इस कारोबार में बड़े-बड़े तस्कर जुड़े हुए हैं। ओडिशा के कंधमाल, कालाहांडी, गंजाम, भवानीपटना, मुन्नाीमुड़ा, नवरंगपुर, कोरापुट जिले के व्यापारीगुड़ा, आंध्र-ओडिशा सीमा और मलकानगिरी में गांजे की बड़े पैमाने पर खेती होती है। यहां के गांजे की मांग पूरे देश में सबसे अधिक है। दूसरे राज्यों की खपाई जा रही शराब : कोरोना संकटकाल के दौरान लाकडाउन से लेकर अब तक प्रदेश भर में शराब तस्करी के एक हजार से अधिक मामले सामने आ चुके हैं। रायपुर जिले में करीब सौ प्रकरण दर्ज हैं। तस्कर मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, झारखंड, ओडिशा आदि राज्यों से बस, ट्रेन या खुद के साधन से शराब लाकर छत्तीसगढ़ में खपा रहे हैं।