बिहार में रोहतास किले तक जाने तक रोप वे का निर्माण कार्य आरंभ
November 21, 2022पटना/डेहरी-ऑन-सोन, 21 नवम्बर । बिहार का रोहतास जिला केंद्र-राज्य प्रायोजित योजना से विकास के पथ पर चल पड़ा है। जिले का रेड कॉरोडोर रहा कैमूर के पाश्ववर्तीय नौहट्टा औऱ रोहतास प्रखंड के लोगों का बड़ा सपना पूरा होने जा रहा है। बहुप्रतीक्षित रोपवे निर्माण कार्य का शुभारंभ हो गया है। आजादी के सात दशक बाद पर्यटक ऐतिहासिक रोहतासगढ़ किले और चौरासन मंदिर तक जाने के लिए लगातार मशक्कत कर रहे थे। वर्ष 2023 के नवम्बर माह तक यह महत्वकांक्षी परियोजना पूरी हो जाएगी। इसे पूरे नौहट्टा औऱ रोहतास प्रखंड के लोगों के आर्थिक विकास का सपना सच हो सकेगा।रोहतास प्रखंड मुख्यालय पास उचैला मौजा में रोपवे का निर्माण कार्य प्रारम्भ हो गया है।
वहीं कैमुर पहाड़ी पर चौरासन मन्दिर से 300 मीटर की दूरी पर इसके स्टेशन का निर्माण होगा। बुकिंग काउंटर, टायलेट के अलावा अन्य जरूरी मूल सुविधाएं होंगी। यात्री कैमूर पहाड़ी के प्राकृतिक सौंदर्य को निहारते 8 मिनट 26 सेकेंड में चौरासन मंदिर के पास पहुंचेंगे ।इसके निर्माण पर 12 करोड़ 68 लाख रुपये खर्च होंगे ।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साल 2012 में किले का निरीक्षण किया था। इस दौरान पूरे कैमूर पहाड़ी के विकास की घोषणा की थी। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 1500 फीट की उंचाई पर स्थित रोहतास किले तक रोपवे निर्माण का फैसला लिया गया था। वर्तमान में चौरासन मंदिर और रोहतासगढ़ किला पर जाने के लिए लोगों को काफी मशक्कत करनी पड़ती है।लगभग दो किलोमीटर की कैमुर पहाड़ी की कठिन चढ़ाई कर दूरी तय कर वहां पहुंचते हैं।
उल्लेखनीय है कि कैमुर पहाड़ी से नक्सल उन्मूलन के सूत्रधार माने जानेवाले तत्कालीन एसपी विकास वैभव ने इलाके को मुख्यधारा से जोड़ने के लिए किले तक रोपवे निर्माण व रोहतास से अधौरा तक सड़क निर्माण का प्रस्ताव भेजा था। जिसका उद्देश्य पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ साथ रोजगार सृजन का भी था।उन्होंने मार्च 2010 में रोहतास किले के आसपास के गांव के 80 वनवासी युवाओं को टूरिस्ट गाइड की ट्रेनिंग भी दिलाई थी।