कबीर साहेब की समाधि में पहुंची कोरबा सांसद ज्योत्सना महंत

कबीर साहेब की समाधि में पहुंची कोरबा सांसद ज्योत्सना महंत

September 13, 2024 Off By NN Express

कबीर साहेब की समाधि में पहुंची कोरबा सांसद

कोरबा । कोरबा लोकसभा क्षेत्र की सांसद ज्योत्सना चरणदास महंत ने उरगा में धार्मिक स्थल पहुंचकर कबीरपंथी सद्गुरुओं की समाधि में पहुंचकर नमन् करते हुए पूजा-अर्चना की। सांसद ने कुदुरमाल को विकसित करने की दिशा में प्रदेश सरकार से पहल करने की मांग की। कबीर पंथियों के ऐतिहासिक महत्व व प्रमुख धार्मिक स्थल कुदुरमाल पहुंचकर कबीर साहब के प्रथम वंशाचार्य समर्थ पुरुष मुक्तामणीनाम साहेब, तृतीय वंशाचार्य कुलपतनाम साहेब व गुरू गोस्वामी कालीदास साहेब की समाधि में पहुंचकर चादर चढ़ा चरण पादुका भेंट कर नमन् करते हुए आशीर्वाद मांगा। समाधि स्थल पहुंचकर सांसद ज्योत्सना महंत व पुत्र सूरज महंत, पीसीसी के संयुक्त महासचिव हरीश परसाई, श्रीमती ऊषा तिवारी, पोषक दास महंत, अजीत दास महंत, दर्शन मानिकपुरी, किरण चौरसिया सहित बड़ी संख्या में लोगों ने उपस्थिति दर्ज करा कर आरती में शामिल हुए और कुदुरमाल में स्थित प्राचीन हवेली और सन्तों के निवास पहुंचकर भेंट की। इस अवसर पर ट्रस्ट के सदस्य भारत वैभव शर्मा ने सांसद को बताया कि कुदुरमाल के विकास के लिए शासन स्तर पर व्यापक प्रयास किए जाने की आवश्यकता है, जिस पर सांसद ने सहमति जताते हुए कबीर साहब की ऐतिहासिक महत्व का क्षेत्र कुदुरमाल के विकास के लिए शासन स्तर पर जो भी प्रयास होंगे, उन्हें वे पूरी जिम्मेदारी से निभाएंगे। सांसद ने कहा कि दामाखेड़ा के महान संत व हम सबके गुरू प्रकाश मुनि नाम साहेब का निरंतर उन्हें आशीर्वाद मिलता रहा है, सांसद ने इस अवसर पर उपस्थित पुजारियों व ग्रामवासियों से साहेब बंदगी कर विदा लिया।

ऐतिहासिक महत्व के ग्राम कुदुरमाल में हो समुचित विकास : ज्योत्सना महंत

कबीर साहेब की समाधि में पहुंची कोरबा सांसद

कोरबा लोकसभा क्षेत्र की सांसद ज्योत्सना चरणदास महंत ने उरगा में धार्मिक स्थल पहुंचकर कबीरपंथी सद्गुरुओं की समाधि में पहुंचकर नमन् करते हुए पूजा-अर्चना की। सांसद ने कुदुरमाल को विकसित करने की दिशा में प्रदेश सरकार से पहल करने की मांग की। कबीर पंथियों के ऐतिहासिक महत्व व प्रमुख धार्मिक स्थल कुदुरमाल पहुंचकर कबीर साहब के प्रथम वंशाचार्य समर्थ पुरुष मुक्तामणीनाम साहेब, तृतीय वंशाचार्य कुलपतनाम साहेब व गुरू गोस्वामी कालीदास साहेब की समाधि में पहुंचकर चादर चढ़ा चरण पादुका भेंट कर नमन् करते हुए आशीर्वाद मांगा।