छत्तीसगढ़: वन विभाग के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी 11अगस्त से रहेंगें अनिश्चित कालीन हड़ताल में

छत्तीसगढ़: वन विभाग के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी 11अगस्त से रहेंगें अनिश्चित कालीन हड़ताल में

August 10, 2024 Off By NN Express

रायपुर 10 अगस्त 2024।छत्तीसगढ़ के वन विभाग छ. ग. राज्य लघु वनोपज संघ, छ. ग. राज्य वन विकास निगम, छ. ग. राज्य वनौषधी पादप बोर्ड, छ. ग. राज्य वन अनुसंधान, कैम्पा में कार्यरत दैनिक वेतन भोगी वन कर्मचारी, कम्प्युटर आपरेटर, वाहन चालक, तेन्दुपत्ता गोदाम सुरक्षा श्रमिक, दैनिक श्रमिक, सुरक्षा श्रमिक लोग अपनी लंबित 09 सूत्रिय मांगो को लेकर 11अगस्त से अनिश्चित कालीन हड़ताल में जा रहे है! दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी हड़ताल में जाने से पहले 25 दिन पूर्व से प्रधान मुख्य वन संरक्षक, प्रबंध संचालक, अपर मुख्य सचिव, मुख्य मंत्री, वन मंत्री, वित्त मंत्री ग्यापन सौंपे थे किन्तु समस्या का हल नही किया


दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियो ने वित्त मंत्री ओ. पी. चौधरी, उप मुख्य मंत्री अरूण साव, विधान सभा अध्यक्ष रमन सिंह, श्रम मंत्री लखन लाल देवांगन जी के बंगला का 04अगस्त को घेराव किया था उसके बाद भी कोई पहल नही किया गया!


संगठन के पदाधिकारियों नें वन मंत्री जी से मिलकर बार बार निवेदन किया किन्तु सकरात्मक पहल ही नही किया गया जिसके कारण नाराज दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों ने दिनांक 11 से अनिश्चित कालीन हड़ताल में जाने का निर्णय लिया और अनिश्चित कालीन हड़ताल में जा रहे है! दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के हड़ताल में चले जाने से विभाग के काम काज बहुत ही प्रभावित होंगें, प्रधीन मुख्य वन संरक्षक को गंभीरता पूर्वक होकर मांगों को पुरा करने का प्रयास करना चाहिये !

पुरे छत्तीसगढ़ दैनिक वेतन भोगी कर्मचारी, वाहन चालक, कम्प्युटर आपरेटर, कार्यालय सहायक, दैनिक श्रमिक, सुरक्षा श्रमिक, तेन्दुपत्ता गोदाम सुरक्षा श्रमिक हड़ताल में सामिल होने तुता धरना स्थल पहुंचेंगें! देखना यह है कि अब मुख्य मंत्री, वनमंत्री, अपर मुख्य सचिव वन, प्रधान मुख्य वन संरक्षक कितना गंभीरता पूर्वक दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के मांगो को पहल करने का प्रयास करते है! 09अगस्त को छत्तीसगढ़ दैनिक वेतन भोगी वन कर्मचारी संघ के प्रदेश पदाधिकारी व संभाग तथा जिला पदाधिकारियों ने राजनांदगांव में विधान सभा अध्यक्ष डा. रमन सिंह जी से मुलाकात कर मांगो को जल्द पुरा करने हेतु निवेदन भी किया है, जिसमें उनके द्वारा वन, मंत्री से बात करके पहल कराने का आश्वासन दिया गया है!