ग्रीष्म ऋतु में ग्रामीण क्षेत्रों में किसी भी प्रकार से पेयजल की समस्या नहीं आनी चाहिए : कलेक्टर

ग्रीष्म ऋतु में ग्रामीण क्षेत्रों में किसी भी प्रकार से पेयजल की समस्या नहीं आनी चाहिए : कलेक्टर

March 7, 2024 Off By NN Express

ग्रीष्म ऋतु में ग्रामीण क्षेत्रों में किसी भी प्रकार से पेयजल की समस्या नहीं आनी चाहिए : कलेक्टरग्रीष्म ऋतु में ग्रामीण क्षेत्रों में किसी भी प्रकार से पेयजल की समस्या नहीं आनी चाहिए : कलेक्टर

जिले के ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधियों से वन-टू-वन चर्चा कर पेयजल की समस्याओं का करें निराकरण

राजनांदगांव (वीएनएस)। ग्रीष्म ऋतु को देखते हुए जिले के सभी गांवों में पेयजल की पर्याप्त व्यवस्था हो इसके लिए तैयारियां की जा रही है। इस संबंध में कलेक्टर व अध्यक्ष जिला जल एवं स्वच्छता मिशन संजय अग्रवाल की अध्यक्षता में आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में जिला जल एवं स्वच्छता मिशन की बैठक आयोजित की गई। 

कलेक्टर अग्रवाल ने कहा कि ग्रीष्म ऋतु में ग्रामीण क्षेत्रों में किसी भी प्रकार से पेयजल की कमी से संबंधित कोई भी समस्या नहीं आनी चाहिए, इसके लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने कहा कि जिले में जल जीवन मिशन अंतर्गत नलों के माध्यम से पेयजल घरों तक उपलब्ध कराने का कार्य किया जा रहा है। बैठक में उन्होंने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि जल जीवन मिशन अंतर्गत स्वीकृत प्रारंभ सभी कार्यों को पूरा करने का कार्य तेजी से करें और इसमें प्रगति लाएं। बैठक में जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को ग्रामीण क्षेत्रों में चल रहे जल जीवन मिशन कार्यों की लगातार मॉनिटरिंग करने कहा। उन्होंने जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के हेण्डपंप के सुधार के कार्यों को 15 मार्च से अभियान चलाकर करने कहा। जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में पानी की समस्या नहीं होगी। जिन गांवों में पेयजल के संबंध में ज्यादा समस्या आ रही हो वहां स्वयं जाकर देखकर निराकरण करें। उन्होंने जिले के सभी ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधियों से वन-टू-वन चर्चा कर पेयजल की समस्याओं का निराकरण करने पर जोर दिया।

कलेक्टर अग्रवाल ने जिले में कार्यरत ठेकेदारों द्वारा आबंटित कार्यों पूर्ण करने हेतु समयावृद्धि की मांग की थी, जिस पर समिति द्वारा अर्थदंड अधिरोपित करते हुए समयावृद्धि प्रदान की गई। कलेक्टर अग्रवाल ने आगे कहा कि जनपद पंचायतों के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ग्रामीण क्षेत्रों में जल जीवन मिशन के तहत संचालित प्रगतिरत सभी कार्यों की निरंतर मानिटरिंग करते रहे। इसके अलावा जहां कही भी ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल से संबंधित किसी भी प्रकार की कोई भी समस्या आती है, तो उसका तत्काल निराकरण कराएं। उन्होंने सभी जनपद कार्यालयों में एक शिकायत रजिस्टर रखने के निर्देश दिए, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में होनी वाली समस्याओं का पता चल रहे और समय पर उसका निराकरण किया जा सके।

कलेक्टर अग्रवाल ने लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के अधिकारियों को कलस्टर वार ग्रुप बनाएं और उसमें ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल से संबंधित आने वाली सभी प्रकार की शिकायतों को ध्यान में लाएं और उनका समय पर निराकरण करें। इसके लिए अपने सभी अमलों से समन्वय बनाकर कार्यों को पूरा करने कहा। बैठक में जल जीवन मिशन से संबंधित विभिन्न कार्यों का अनुमोदन भी किया गया। बैठक में जल जीवन मिशन अंतर्गत स्वीकृत योजनाओं के आमंत्रित निविदा में पात्रता निर्धारण कर प्राप्त दर के निराकरण, किए गए कार्यों के भुगतान व व्यय का अनुमोदन सहित अन्य विषयों पर चर्चा की गई। इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत सुरूचि सिंह, कार्यपालन अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी खंड राजनांदगांव एवं सदस्य सचिव समीर शर्मा, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एके बसोड, कार्यक्रम अधिकारी महिला एवं बाल विकास गुरूप्रीत कौर, उप संचालक कृषि नागेश्वर लाल पाण्डे, सहायक संचालक शिक्षा आदित्य खरे, सांसद प्रतिनिधि बिसेसर दास साहू व समिति के अन्य सदस्य उपस्थित रहे।