कितनी सैलरी पर ले सकते हैं कौन सी कार? क्या होना चाहिए गाड़ी खरीदने के लिए बजट? कैसे करें कैल्कुलेट?
October 27, 2023Car Buying Tips: कार खरीदने के दौरान कई बार लोग लोन मिलने के चक्कर में ज्यादा कीमत की कार खरीद लेते हैं और उनका बजट बिगड़ जाता है. ऐसे में कार खरीद से पहले अपनी आय को देखते हुए एक आसान कैल्कुलेशन की जरूरत होती है.
नई दिल्ली. कार खरीदना हर किसी का सपना होता है. सभी ये सोचते हैं कि पहली नौकरी लगने के बाद पैसे जोड़ कर एक बेहतरीन कार खरीदेंगे. इसके लिए लोन का जुगाड़ भी होता है, लेकिन इस दौरान कई बार लोग कार तो ले लेते हैं लेकिन बाद में उसको मेंटेन करने और दूसरे खर्चों को मैनेज करने में वे परेशान होते रहते हैं. इसका सबसे बड़ा कारण होता है कि कुछ सिंपल कैल्कुलेशन करने में वे चूक जाते हैं और अपनी सैलरी के सही ब्रेक अप को नहीं समझ पाते हैं. ऐसे में उनके लिए बड़ी समस्या खड़ी हो जाती है. इससे न केवल उनका घर का बजट बिगड़ता है बल्कि लोन के चक्कर में एक और लोन लेना पड़ जाता है जो घातक साबित होता है.
अब कार खरीदने की कैल्कुलेशन को कई तरीकों से करना जरूरी है. इसके लिए हमें ये देखना होगा कि हमारी मासिक आय कितनी है और हर महीने होने वाला खर्च क्या है. इन सभी बातों को ध्यान में रखकर एक फॉर्मूले के तहत ही हमें कार खरीदने के बारे में विचार करना चाहिए. आइये आपको बताते हैं कि कार को खरीदने के लिए क्या कैल्कुलेशन सही रहेगी.
सालाना आय और कार की कीमत
कार खरीदने के दौरान ये जरूरी है कि कार की कीमत आपकी सालाना आय की 40 प्रतिशत से ज्यादा नहीं होनी चाहिए. उदाहरण के लिए यदि आपकी सालाना आय 10 लाख रुपये है तो कार की कीमत 4 लाख से ज्यादा नहीं होनी चाहिए. अब इसमें भी हमें ये ध्यान रखने की जरूरत है कि यदि इस आय पर आपने कोई और भी लोन ले रखा है तो वो भी आपको अपनी सालाना आय के टोटल से काटना होगा.
मासिक आय और किस्त
यदि आप कार पर लोन लेते हैं तो आपकी किस्त का अनुपात भी आपकी मासिक आय के अनुरूप होना चाहिए. इसमें आपको ये ध्यान रखना होगा कि आपकी मासिक आय के 30 प्रतिशत से ज्यादा आपकी कार की किस्त न आए. उदाहरण के लिए यदि आपकी मासिक आया 70 हजार रुपये है तो आपकी कार की किस्त 21 हजार रुपये से ज्यादा नहीं होनी चाहिए.
ज्यादा करें डाउनपेमेंट
यदि आप किस्त का भार खुद पर ज्यादा नहीं चाहते हैं तो इसके लिए कार खरीदने के दौरान ज्यादा से ज्यादा डाउनपेमेंट करना चाहिए. हो सके तो खरीद के दौरान कार की कुल कीमत का कम से कम 30 प्रतिशत डाउनपेमेंट करें. इससे आप पर लोन का भार कम होगा और आपकी किस्त की राशि कम आएगी.