Side Effects of WFH: आपकी हड्डियों को कमजोर कर सकता है लगातार वर्क फ्रॉम होम, जानें इसके साइड इफेक्ट्स
August 3, 2023Side Effects of WFH: कोरोना महामारी के बाद से ही हमारी जीवनशैली में काफी सारे बदलाव आ चुके हैं। पर्सनल लाइफ के साथ ही इस महामारी की वजह से लोगों की प्रोफेशनल लाइफ में भी काफी बदलाव देखने को मिले हैं। कोरोना महामारी के बाद से ही दुनियाभर में खासकर भारत में वर्क फ्रॉम होम का कल्चर काफी प्रचलित हो गया था। आज भी कई ऑफिस और कंपनियां वर्क फ्रॉम होम या हाइब्रिड मॉडल पर काम कर रही है।
हालांकि, लगातार वर्क फ्रॉम होम करने की वजह से हमारी सेहत को कई तरह के नुकसान भी होते हैं, जिन्हें नजरअंदाज करना हमारी सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है। घर से काम करने की वजह से लोग लगातार कई घंटों पर एक ही जगह बैठे रहते हैं, जिससे हड्डी, मांसपेशियों और जोड़ों से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं। अगर आप भी उन लोगों में से हैं, जो लगातार वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं, तो आज हम आपको बताएंगे इससे होने वाले कुछ नुकसानों के बारे में-
फिजिकल एक्टिविटी की कमी
घर से काम करने की वजह से लोग लंबे समय तक डेस्क या सोफे पर बैठे रहते हैं, जिससे अक्सर फिजिकल एक्टिविटी की कमी होने लगती है। ऐसे में शारीरिक गतिविधि की कमी होने की वजह से कमजोर हड्डियां समेत विभिन्न स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।
सूरज की रोशनी का अभाव
घर से काम करने की वजह से लोग लंबे समय तक घर के अंदर ही रहते हैं। ऐसे में वह सूर्य के प्रकाश के संपर्क में नहीं आ पाते, जो विटामिन डी के उत्पादन के लिए महत्वपूर्ण है। ऐसे में विटामिन डी की कमी से हड्डियों का स्वास्थ्य प्रभावित होता है।
खराब एर्गोनॉमिक्स
कुछ लोगों के पास घर से काम करने के लिए एक सही ऑफिस सेटअप नहीं होता है, जिसकी वजह से वह खराब और गलत पोजिशन में बैठकर काम करते हैं। इससे हड्डियों और मांसपेशियों पर दबाव पड़ता है।
रीढ़ की हड्डी होती है प्रभावित
बैठने की गलत पोजिशन, खासकर जब कुर्सी पर बैठते समय गलत पोजिशन पर बैठने से रीढ़ की हड्डी पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है और इससे इंटरवर्टेब्रल डिस्क पर दबाव बढ़ सकता है। समय के साथ, यह पीठ दर्द और रीढ़ की अन्य समस्याओं की वजह बन सकता है।
हड्डियों के घनत्व में कमी
लंबे समय तक वर्क फ्रॉम होम करने की वजह से शारीरिक गतिविधियों में कमी आने लगती है। ऐसे में हड्डियों का घनत्व कम हो सकता है और ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा बढ़ सकता है।