हाट-बाजार क्लिनिक योजना बना ग्रामीणों के लिए वरदान
October 6, 2022जून 2019 से सितम्बर 2022 तक 3 लाख 8 हजार मरीजों का उपचार
कांकेर ,06 अक्टूबर । आदिवासी अंचलों में हाट बाजार की अपनी एक विशेष पहचान है। हाट-बाजारों में दूर-दूर से ग्रामीण आकर दैनिक जीवन में उपयोग आने वाले सामग्रियों की खरीदी-बिक्री करते हैं और आपस में मिलकर अपना सुख-दुख बांटते हैं। हाट-बाजारों में ग्रामीणों की उपस्थिति को देखते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की ओर से मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना शुरू किया गया है। इस योजना के अंतर्गत साप्ताहिक हाट बाजारों में स्वास्थ्य विभाग से शिविर लगाकर संक्रामक एवं गैर संक्रामक रोगों का निःशुल्क उपचार किया जाकर मरीजों को निःशुल्क दवाईयां दी जा रही है, साथ ही आवश्यक चिकित्सा परामर्श भी दिया जा रहा है, जिसका फायदा ग्रामीणों को मिल रहा है। इस योजना से कांकेर जिला के ग्रामीण भी बड़ी संख्या में लाभान्वित हुए हैं। स्वास्थ्य विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले में जून 2019 से 25 सितम्बर 2022 तक 03 लाख 08 हजार 698 मरीजों का उपचार किया गया है। अप्रैल से सितम्बर माह तक छः माह में 95 हजार 994 मरीजों का उपचार किया गया है। इसी प्रकार सितम्बर माह में 29 हजार 653 मरीजों का उपचार इस योजनांतर्गत हाट बाजारों में किया गया है।
मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लिनिक योजना के तहत कांकेर जिले के 87 हाट-बाजारों में स्वास्थ्य विभाग कैंप लगाकर ग्रामीणों को मलेरिया, फाइलेरिया, टीबी, डेंगू, कुपोषण, एनीमिया, सिकलसेल, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, गर्भवती महिलाओं की जांच कुष्ठ रोग, चर्म रोग, एच.आई.व्ही. इत्यादि बीमारियों की जांच, नेत्र परीक्षण, डायरिया सहित मौसमी बीमारियों का निःशुल्क उपचार और चिकित्सा परामर्श दिया जा रहा है। इस योजना के अंतर्गत माह जून 2019 से 25 सितम्बर 2022 तक 03 लाख 08 हजार 698 मरीजों का उपचार किया गया है। अंतागढ़ विकासखण्ड के 06 हाट-बाजारों में 29 हजार 545 मरीज, नरहरपुर के 17 हाट-बाजारों में 56 हजार 662, चारामा विकासखण्ड के 15 हाट-बाजारों में 57 हजार 430, भानुप्रतापपुर विकासखण्ड के 12 हाट-बाजारों में 37 हजार 696, दुर्गूकोंदल विकासखण्ड के 12 हाट-बाजारों में 43 हजार 407, कांकेर विकासखण्ड के 14 हाट-बाजारों में 49 हजार 400 और कोयलीबेड़ा विकासखण्ड के 11 हाट-बाजारों में 34 हजार 558 मरीजों का उपचार और परामर्श दिया जाकर निःशुल्क दवाईयां दी गई है। मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना में उपचार के दौरान गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीज पाये जाने की स्थिति में ऐसे मरीजों को उपचार के लिए हायर सेंटर को रिफर किया जाता है।