DHAMTARI : तैयार हो रही फसल में कीट व्याधियां बढ़ी
September 29, 2022धमतरी, 29 सितंबर । इन दिनों तैयार हो रही धान व सब्जी की फसल में कीट प्रकोप की शिकायत आ रही है। इससे सब्जी उत्पादक व किसान खासे परेशान हैं। उन्हें बार-बार दवा छिड़काव के बाद भी राहत नहीं मिल रही है। ऐसे में उत्पादन घटने से कम मुनाफा होने की आशंका उन्हें सता रही है।
ऋतु परिवर्तन व मौसम में आए बदलाव के कारण अक्सर सब्जी फसल, धान फसल में कीट व्याधि होना आम बात है। इस बार मौसम में हो रहे उतार-चढ़ाव का सीधा तैयार हो रही फसल पर देखा जा सकता है। धान फसल व सब्जी फसल को बचाने सब्जी उत्पादक व किसान अपने स्तर पर डटे हुए हैं। शहर व आसपास के गांव में स्थित कृषि दवा दुकानों में किसानों को दवा खरीदते हुए आसानी से देखा जा सकता है। ग्राम भटगांव के रोहित साहू रोशन साहू दिमाग के रामकुमार साहू, प्रेम लाल साहू, खरेंगा के किसान देव कुमार साहू, प्रीतम साहू ने बताया कि सब्जी फसल में कटवा बीमारी की शिकायत आ रही है। तैयार हो रही धान फसल में कीट लगने से पौधे का विकास अवरुद्ध हो जाता है। फसल के तैयार होते तक काफी ध्यान रखना पड़ता है। यदि पौधे में बीमारी के लक्षण दिखाई दे तो तुरंत इसका उपचार जरूरी है। यदि इसमें कोताही बरती गई तो इसका सीधा असर उत्पादन पर पड़ता है।
कृषि दवा विक्रेता भुवन दिवाकर ने बताया कि इन दिनों कृषि दवा की पूछपरख बढ़ गई है। किसान खेतों में तैयार हो रही धान फसल में बीमारी से परेशान हैं। कीट से बचाव के लिए योकोजुना, तना छेदक, पत्ती मोड़क के लिए कात्सू, सड़न,गलन के लिए कागूया-किंकी, तना छेदक, पत्ती मोड़क के लिए हमादा दवा की बिक्री हो रही है। मालूम हो कि धमतरी जिले में बड़े पैमाने पर धान की पैदावार ली जाती है। खेतों में लगने वाली बीमारियां से बचाव के लिए कई प्रकार के कीटनाशक भी बाजार में उपलब्ध हैं। एक अनुमान के मुताबिक धमतरी जिले में एक करोड़ से भी अधिक का व्यवसाय कीटनाशकों की बिक्री का होता है।
विशेषज्ञों से सलाह लेकर करें दवा का छिड़काव
वरिष्ठ कृषि एसएस चंद्रवंशी ने बताया कि वातावरण में बादल आ जाने से तैयार हो रही धान व सब्जी की फसल में कीट प्रकोप होना सामान्य बात है। ऐसी स्थिति में फसल की देखरेख बहुत आवश्यक है। विशेषज्ञों से सलाह लेकर किसानों को दवा का छिड़काव करना चाहिए।