Raigarh Crime : तीन महीने बाद नकली कीटनाशक बेचने वाले पर FIR दर्ज….
March 17, 2023रायगढ़, 17 मार्च । किसी भी अपराध के घटित होने के तुरंत बाद अपराध दर्ज हो तो आरोपी पर जल्द कार्रवाई हो जाती है। लेकिन वही एफआईआर अगर तीन महीने बाद दर्ज हो तो फिर पुलिस पर सवाल उठना लाजिमी है। सहदेवपाली में एक मकान में मल्टीनेशनल कंपनी बायर के नकली कीटनाशक पैकेट हजारों की संख्या में पकड़े गए थे। दिसंबर में कृषि विभाग ने एफआईआर के लिए प्रतिवेदन दिया था, जिस पर गुरुवार को अपराध दर्ज किया गया।
कृषि विभाग ने 17 नवंबर 2022 को सहदेवपाली में मदन प्रसाद धनुहार वल्द महादेव प्रसाद के मकान में छापा मारा था। वहां यहां पर बायर क्रॉप साइंस लिमिटेड कंपनी के उत्पाद नेटिवो कीटनाशक के भरे हुए और खाली पैकेट बरामद किए। चार बोरों में पाउडर भरा हुआ था जो इन पैकेटों में डालकर पैकिंग की जा रही थी। 500 ग्राम के भरे हुए 2171 पैकेट, 250 ग्राम पैकिंग के भरे हुए 511 पैकेट, 190 किलो खुले बोरे में केमिकल पाउडर एवं एक पैकिंग मशीन जब्त किया गया। साथ ही 250 ग्राम के 4000 पैकेट और 500 ग्राम के 1800 खाली पैकेट भी जब्त किए गए जो ओरिजिनल की तरह ही दिख रहे थे।
बायर कंपनी मूलत: जर्मनी की है जिसका पैकेजिंग प्लांट गुजरात के भरुच में है। इस कंपनी के कीटनाशक बहुत महंगे होते हैं। इसलिए रायगढ़ के किसी कारोबारी ने किसानों को ठगकर लाखों रुपए कमाने का प्लान बनाया था। मकान मालिक ने बताया कि रायगढ़ शहर के एक व्यापारी ने यह सामान भेजा था और पैकिंग करने का काम दिया था। कृषि विभाग ने जूट मिल पुलिस को 8 दिसंबर 2022 को प्रतिवेदन और प्रमाण दिए थे। गुरुवार को मदन प्रसाद के विरुद्ध धारा 420 के तहत अपराध दर्ज किया गया है।
फसलों की पैदावार बढ़ाने और कीटों से सुरक्षा के लिए किसान उर्वरकों व कीटनाशकों पर निर्भर है। मतलब यह नकली हुए तो हजारों किसानों को नुकसान होता है। नकली कीटनाशक का कारोबार करके ये माफिया किसानों का नुकसान तो करते ही हैं, साथ ही कंपनियों की साख भी गिराते हैं। बायर कंपनी के बायर कंपनी के सौ ग्राम नेटिवो पैकेट की कीमत 1100 रुपए, 250 ग्राम की कीमत 2400 रुपए और 500 ग्राम की कीमत 4600 रुपए होती है। इसी कीमत पर नकली कीटनाशक भी बेचा गया है। रायगढ़ और जशपुर मिलाकर करोड़ों का कारोबार है।