जैविक खेती मेला में ऋषि-कृषि परम्परा की ओर लौटने पर बल
January 20, 2023धमतरी। कृषि विभाग द्वारा नगरी के बरबांधा में जिला स्तरीय जैविक खेती मेला और जैविक हाट सह पोषक अनाज प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है। कार्यक्रम में सिहावा विधायक डॉ.लक्ष्मी ध्रुव ने जैविक खेती की महत्ता को ध्यान में रख ऋषि-कृषि परम्परा की ओर लौटने पर बल दिया। उन्होंने किसानों का आह्वान किया कि खेतों में गोबर खाद और वर्मी कम्पोस्ट का उपयोग किया जाए। डॉ.ध्रुव ने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने गोधन न्याय योजना की शुरूआत कर पशुपालक, चरवाहा, किसान, हितग्राहियों को लाभान्वित कर रहे हैं। इससे भूमि की उर्वरा शक्ति तो सुधर ही रही है, किसान भी नए आय सृजन कर रहे हैं। साथ ही पशुधन को संरक्षित करने के लिए योजना ठोस कदम साबित हो रही है।
जिला पंचायत अध्यक्ष कांति सोनवानी ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा जनकल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही हैं। इनमें मिलेट्स मिशन और जैविक खेती योजना सम्मिलित है। पहले वनवासियों का मुख्य आहार कोदो, कुटकी, रागी था, जिससे बीपी, शुगर, हृदयघात जैसी बीमारियों से लोग दूर रहते थे, किन्तु शहरीकरण की दौड़ में लोग अपने स्वास्थ्य के लिए लाभदायक फसलों को भूलते जा रहे हैं। यही वजह है कि किसानों को जैविक खेती करने के लिए प्रचार-प्रसार, गोष्ठी एवं कृषि मेला के जरिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। कार्यक्रम को जिला पंचायत सदस्य मनोज साक्षी, खूबलाल ध्रुव, मीना बंजारे सहित उपस्थित जनप्रतिनिधियों ने भी संबोधित किया।
इस मौके पर उप संचालक, कृषि मोनेष साहू ने जिले में संचालित कृषि गतिविधियों, जैविक खेती से लाभान्वित किसानों, रकबा तथा आयोजन के उद्देश्य पर विस्तृत जानकारी दी। साथ ही जैविक खेती से विश्व प्रसिद्ध नगरी दुबराज का उत्पादन करने वाले मुख्यमंत्री के हाथों सम्मानित फरसियां के किसान माधुरी लाल कश्यप और वृहद रकबे में सब्जी उत्पादन करने वाले किसान मनीराम साहू ने अपने अनुभव साझा किए। कार्यक्रम में ग्राम बरबांधा सहित आसपास के गांव आमगांव, बेलरगांव, जैतपुरी के किसान बड़ी संख्या में मौजूद रहे।