आत्मसम्मान से समझौता गलती नहीं खुद के साथ पाप है, पढ़ें आज की चाणक्य नीति
December 21, 2022ज्योतिष न्यूज़ डेस्क: आचार्य चाणक्य को भारत के महान विद्वानों में से एक माना गया है और इनकी नीतियों को ज्ञान का भंडार कहा जाता है चाणक्य ने अपने जीवन के अनुभवों को नीतिशास्त्र में पिरोया है इनकी नीतियां पूरे विश्व में विख्यात है चाणक्य जीवन का हर लक्ष्य एक सटीक योजना के साथ पूरा करते थे इनकी नीतियां मनुष्य जीवन को सरल और सफल बनाने का काम करती है चाणक्य अनुसार व्यक्ति के कर्म ही उसकी कामयाबी और नाकामी का आधार होते हैं व्यक्ति को इज्जत कमाने में कई वर्षों लग जाते हैं लेकिन एक चूक इसी इज्जत को मिट्टी में मिला सकती है चाणक्य ने एक ऐसी चीज़ बताई है जिससे कभी भी समझौता नहीं करना चाहिए वरना मान सम्मान सब कुछ खो बैठेंगे, तो आज हम आपको उसकी के बारे में बता रहे हैं तो आइए जानते हैं।
चाणक्य नीति अनुसार व्यक्ति का आत्मसम्मान की पूंजी होती है जिसे वह मरते दम तक संभालकर रखता है चाणक्य कहते हैं किसी के आगे उतना ही झुके जहां आपको आत्मसम्मान को ठेस न लगे। अगर आपने अपने वजूद को दांव पर लगा दिया तो छवि पर ऐसा धब्बा लग जाएगा जो मिटाने से भी नहीं मिट सकता है I चाणक्य का मानना है कि जीवन में ऐसी कोई चीज़ नहीं है जिसे पाने के लिए मनुष्य को आत्म सम्मान से समझौता करना पड़े, कभी भी अपने आत्म सम्मान को झुका कर सफलता हासिल करने का प्रयास न करें। चाणक्य कहते हैं कि जिस व्यक्ति का स्वाभिमान अडित होता है उसका गम भी उससे कोसों दूर रहता है अगर आत्मसम्मान से समझौता कर लिया तो जीवन जीना हमेशा दर्दनाक होगा।