NSS द्वारा खिलोरा में महिला जागरुकता शिविर आयोजित
December 8, 2022बेमेतरा,08 दिसम्बर I सखी वन स्टॉप सेंटर बेमेतरा द्वारा महिला हिंसा को समाप्त करने के उद्देश्य से कल राष्ट्रीय सेवा योजना की सात दिवसीय शिविर का आयोजन खिलोरा में किया गया। जिसमें पी.जी कॉलेज बेमेतरा एवं कन्या महाविद्यालय बेमेतरा के छात्राएं शामिल हुए। जिसमें बौद्धिक परिचर्चा कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में कॉलेज के सहायक प्राध्यापक गण सरस्वती चौहान, जितेन्द्र बारले एवं पुन्नी केवटिया उपस्थित थे। सखी वन स्टॉप सेंटर की केंद्र प्रशासक राखी यादव ने बालक-बालिकाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि सखी वन स्टॉप सेंटर योजना को भारत सरकार ने 1 अप्रैल 2015 को लागू की थी।
सखी वन स्टॉप सेंटर का अर्थ है एक ही छत के नीचे पुलिस, चिकित्सा, विधिक, आश्रय, परामर्श की सहायता निःशुल्क महिलाओं को उपलब्ध कराना है। सखी तक पहुंचने के लिए महिला हेल्पलाइन टोल फ्री 181 नम्बर उपलब्ध है एवं स्वयं सखी वन स्टाप में पहुंच सकते है। सखी वन स्टॉप सेंटर 24 घंटे चलने वाली संस्था है। परामर्शदाता लक्ष्मी वर्मा ने कहा कि महिलाएं अपने परिवार के सदस्यों द्वारा होने वाले हिंसा से बचने एवं न्याय के लिए केस दर्ज करा के परामर्श करा सकते है जिसे गोपनीय रखा जाता है। साथ ही साथ घरेलू हिंसा दहेज प्रताड़ना, बलात्कार, छेड़-छाड़, बाल विवाह, साइबर क्राइम, संपत्ति विवाद, टोनही प्रताड़ना एवं विधिक सहायता की जानकारी दी।
सखी वन स्टॉप सेंटर छत्तीसगढ़ के प्रत्येक 27 जिले में संचालित है। बाल संरक्षण इकाई की परामर्शदाता शाईस्ता परवीन ने कहा कि बाल संरक्षण योजना अनाथ एवं बेसहारा घुमंतु बच्चांे के देखरेख शिक्षा और संरक्षण के लिए है। किशोरो द्वारा होने वाले अपराध-बाल विवाह, पॉक्सो एक्ट के बारे में जानकारी दिया। साथ ही यह योजना अन्य असुरक्षित बच्चों की देखरेख एवं पुनर्वास सेवाएं प्रदान करती है। चाइल्ड लाइन के केन्द्र समन्वयक राजेन्द्र चंद्रवंशी ने कहा कि 0 से 18 वर्ष से नीचे नाबालिक बच्चों के लिए चाइल्ड लाइन 24 घंटे चलने वाली मुफ्त, आपातकालीन राष्ट्रीय फोन सेवा है। चाइल्ड हेल्पलाइन टोल फ्री नम्बर 1098 है। यह उन बच्चों के लिए जिन्हें देखभाल और सुरक्षा की जरूरत है। कार्यक्रम में एन.एस.एस. कैम्प के बालक-बालिकाएं और गांव के बच्चे उपस्थित थे।