Indore : नशे के इंजेक्शन से मौत…पुलिस को लिफ्ट देने वाले युवक की थ्योरी पर शक
December 8, 2022इंदौर में बुधवार को एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर की लाश संदिग्ध हालत में मिली। लाश के पास नशे का सामान भी मिला। इंजेक्शन और बीड़ी-सिगरेट का बंडल था। युवक के कपड़ों से ब्राउन शुगर की पुड़िया भी मिली। आशंका जताई जा रही थी कि युवक की मौत नशे के ओवरडोज से हुई है, लेकिन पुलिस हत्या के एंगल से भी जांच कर रही है। सॉफ्टवेयर इंजीनियर सार्थक जायसवाल नशे का आदी था। मंगलवार रात में वह परिवार से झगड़ा करने के बाद घर छोड़कर चला गया था। उसे एक अनजान युवक रास्ते में मिला, जिससे उसने लिफ्ट मांगी। इसी अनजान युवक सुभाष लोट ने ही पुलिस को सूचना दी थी। सुभाष ने पुलिस को बताया था कि उसने सार्थक को लिफ्ट दे दी।
वह द्वारकापुरी कॉलोनी में किराए के कमरे में रहता है। बातों-बातों में सार्थक ने उसे बताया कि वह इंदौर में कमरा ढूंढ रहा है। दोनों की दोस्ती हो गई और सुभाष उसे अपने कमरे पर ले आया। यहां सार्थक ने सोने से पहले नशे का इंजेक्शन लिया। सुभाष ने टोका तो बोला- इंजेक्शन के बिना उसे नींद नहीं आती। सार्थक सो गया और फिर सुबह नहीं उठा। इधर, पुलिस को सुभाष की लिफ्ट वाली कहानी पर शक है। पुलिस जब सुभाष के कमरे में पहुंची तो वहां एक ही बिस्तर लगा हुआ था। पुलिस को शक है कि सुभाष सार्थक को पहले से जानता था। संभवत: वह भी नशा करता है। फिलहाल पुलिस पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है।
एसआई केदार पांडे के मुताबिक सार्थक (26) पिता हेमंत जायसवाल निवासी वैशाली नगर का शव एक कमरे पर मिला था। मृतक के परिवार ने बताया कि उसे 2 साल से नशे की लत थी। पिता हेमंत ने बताया कि वह बेटे को समझाते थे, लेकिन वह चोरी छिपे नशा करता था। उसे नशे की लत कैसे लगी इसके बारे में वह कुछ भी नहीं बता पाए। सार्थक के पिता हेमंत ठेकेदारी करते हैं। वैशाली नगर में हेमंत पत्नी, बेटे सार्थक और बेटी के साथ रहते थे। सार्थक अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था। उसने इंदौर से ही पढ़ाई की थी, जिसके बाद उसका सिलेक्शन बेंगलुरु में बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी में हो गया था। इसके बाद वह गुजरात चला गया। लॉकडाउन के बाद वह वर्क फ्रॉम होम ही कर रहा था।
कुछ दिनों से वह अपने काम पर भी ध्यान नहीं दे रहा था। कुछ दिन पहले पार्षद राजेश जैन और आरएसएस के लोग नशे को लेकर द्वारकापुरी थाने पहुंचे थे। उन्होंने टीआई की गैर मौजूदगी में एसआई अशरफ अली अंसारी को बताया था कि राम मंदिर के पास कुछ लोग एक युवती के साथ इंजेक्शन और ब्राउन शुगर बेचते हैं। यहां एक लड़का अपने घर बुलाकर ब्राउन शुगर पिलाता है। मामले में टीआई अलका मेनिया ने बाद में जांच की बात की थी। अन्नपूर्णा पुलिस ने इस मामले में द्वारकापुरी के तीन लोगों को पकड़ा था। यहां बुधनगर, दिग्विजय नगर मल्टी और अहीरखेडी के लोग नशे को लेकर कई बार अफसरों से शिकायत भी कर चुके हैं।
इंदौर में नशे का कारोबार बढ़ता ही जा रहा है। युवा तस्करों के निशाने पर रहते हैं। कुछ महीनों पहले इंदौर क्राइम ब्रांच ने 18 लाख की ब्राउन शुगर के साथ पांच आरोपियों को पकड़ा था। पूछताछ में एक तस्कर ने बताया कि प्रतापगढ़ (राजस्थान) का ड्रग्स तस्कर इंदौर के दो दर्जन पैडलर को माल सप्लाई करता है। साथ ही वह इंदौर के बाणगंगा इलाके में ब्राउन शुगर बेचने वाले दो कस्टमर के बीच चल रहे विवाद में भी समझौता करवाने वाला था। साथ ही आरोपी तस्कर ने सप्लाई चेन बढ़ने के चलते मुंबई और केरल के रास्ते भी इंदौर में ड्रग्स सप्लाई होने की बात कही थी।
तस्करों ने पुलिस को बताया था कि ड्रग्स सप्लाई में तीन टीम काम करती हैं। तीनों को एक-दूसरे की जानकारी नहीं होती है। सबसे आगे टीम A होती है। इसके पीछे टीम B जाती है। जो रैकी करती है कि पार्टी कोई गड़बड़ तो नहीं कर रही। इसके काम में कई बार बहुत अधिक समय लग जाता है, लेकिन फिर भी इसकी तरफ से हरी झंडी मिले बगैर माल की डिलीवरी नहीं की जाती। सबसे आखिरी में टीम C डिलीवरी करती है। एक बार डिलीवरी देने के बाद टीम C न पलटती है और न ही कहीं रुकती है। इस तरह से उनकी पूरी सप्लाई चेन काम करती है, ताकि पुलिस ओर मुखबिरों की नजर से बचा जा सके।
तस्करों ने क्राइम ब्रांच और पुलिस को बताया था कि जब अलग तरह के माल की खपत ज्यादा होने लगती है तो केरल के रास्ते मुंबई होते हुए इंदौर भी ड्रग्स पहुंचती है। वह सब तरह की ड्रग्स बेचने का काम करते हैं। इंदौर क्राइम ब्रांच ने 18 लाख की ब्राउन शुगर के साथ जिन पांच आरोपियों को पकड़ा था, उन्होंने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। पूछताछ में एक तस्कर ने बताया कि प्रतापगढ़ (राजस्थान) का ड्रग्स तस्कर इंदौर के दो दर्जन पैडलर को माल सप्लाय करता है। साथ ही वह इंदौर के बाणगंगा इलाके में ब्राउन शुगर बेचने वाले दो कस्टमर के बीच चल रहे विवाद में भी समझौता करवाने वाला था। साथ ही आरोपी तस्कर ने सप्लाई चेन बढ़ने के चलते मुंबई और केरल के रास्ते भी इंदौर में ड्रग्स सप्लाई होने की बात कही है। पुलिस को अब इंदौर से जुड़े और तस्करों की तलाश है।