कौन कहता है भगवान पर नहीं लगता टैक्स? हर साल दे रहे हैं इतना गस्त

कौन कहता है भगवान पर नहीं लगता टैक्स? हर साल दे रहे हैं इतना गस्त

March 11, 2025 Off By NN Express

मुंबई : मंदिरों पर टैक्स का मामला गरमा गया है. देश के दोनों प्रमुख राजनीतिक दल भाजपा और कांग्रेस एक दूसरे पर आरोपों की बारिश कर रहे हैं. वहीं बीते कुछ सालों में मंदिरों की आमदनी दो गुनी तक हो गई है.

आमतौर पर चाय की दुकान पर मंदिर की आमदनी और उनकी संपत्ति पर होने वाली चर्चा में आखिर में निष्कर्ष निकलता है कि, मंदिर और मठों पर कोई टैक्स नहीं लगता और इनकी आमदनी टैक्स फ्री होती है. आपको बता दें ऐसा नहीं है जब तो बिलकुल नहीं है कि मंदिरों को GST भुगतान के नोटिस भेजे जा रहे हो.

मनी कंट्रोल की एक रिपोर्ट के अनुसार भारत का सबसे अमीर ट्रस्ट तिरुमला तिरुपति देवस्थानम (TTD) फाइनेंशियल ईयर 2024-25 में अपनी 4,774 करोड़ रुपए की वार्षिक आय पर 1.5 प्रतिशत GST का भुगतान करेगा.

मंदिर पर टैक्स से मचा घमासान

मंदिरों पर GST लगाने के दावों पर विवाद छिड़ गया है, विपक्षी पार्टी कांग्रेस भाजपा पर हमलावर हो गई है और दोनों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. बीते हफ्ते कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने एक तमिल दैनिक में छपी खबर की ओर इशारा किया, जिसमें दावा किया गया था कि मंदिरों से GST का भुगतान करने के लिए कहा जा रहा है.

वहीं दूसरी ओर भाजपा नेता अमित मालवीय ने उन पर तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने का आरोप लगाया और कहा कि मंदिर और धार्मिक स्थलों को व्यापक छूट मिली हुई है और GST केवल व्यावसायिक गतिविधियों पर लागू होता है, धार्मिक या आध्यात्मिक गतिविधियों पर नहीं.

श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर को मिला नोटिस

नवंबर 2024 में, देश के सबसे अमीर मंदिरों में से एक तिरुवनंतपुरम के श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर को पेंडिंग टैक्स के पेमेंट को लेकर नोटिस भेजा गया. मीडिया रिपोर्ट्स बताती हैं कि सात साल की अवधि के लिए 1.57 करोड़ रुपए GST टैक्स की मांग की गई थी, जबकि मंदिर ने अकेले 2014 में 700 करोड़ रुपए कमाए हैं.

मंदिरों की हुई जबरदस्त कमाई

जम्मू के कटरा में वैष्णो देवी, एक और समृद्ध मंदिर, ने वित्त वर्ष 24 में 683 करोड़ रुपए कमाए, जिसमें से 255 करोड़ रुपए चढ़ावे से आए, जो कर-मुक्त हैं और 133.3 करोड़ रुपए ब्याज से आए. टीटीडी के मामले में, 4,800 करोड़ रुपए की कमाई में से एक तिहाई से ज़्यादा हुंडी संग्रह से आए. जीएसटी के संदर्भ में कर देयता, वित्त वर्ष 21 से पांच वर्षों में लगभग 130 करोड़ रुपये रही है.

मंदिर कितना कमाते हैं? जबकि मंदिरों के विस्तृत खाते उपलब्ध नहीं हैं, भारत के दो सबसे बड़े मंदिर ट्रस्टों की कमाई पिछले सात वर्षों में दोगुनी हो गई है. तिरुपति ट्रस्ट की वेबसाइट के अनुसार, वित्त वर्ष 2017 में इसका बजट 2,678 करोड़ रुपए था, जो वित्त वर्ष 2025 में बढ़कर 5,145 करोड़ रुपए हो गया. वैष्णो देवी ट्रस्ट की आय वित्त वर्ष 2017 में 380 करोड़ रुपए से बढ़कर वित्त वर्ष 2024 में 683 करोड़ रुपए हो गई है.