छत्‍तीसगढ़ में आने वाले दिनों में 5-6 डिग्री तक गिरेगा पारा

छत्‍तीसगढ़ में आने वाले दिनों में 5-6 डिग्री तक गिरेगा पारा

November 19, 2024 Off By NN Express

रायपुर ।  छत्‍तीसगढ़ का मौसम अब तेजी से बदल रहा है। आगामी पांच दिनों में पांच से छह डिग्री तक न्यूनतम तापमान में गिरावट दर्ज हो सकती है।

मौसम विभाग के मुताबिक सरगुजा संभाग में अगले पांच दिनों तक पारा पांच से छह डिग्री तक पहुंच सकता है। जिस तरह पारा गिर रहा है उससे अनुमान लगाया जा रहा है कि नवंबर में इस साल अच्छी ठंड पड़ सकती है।

बतादें कि अभी प्रदेश का औसत तापमान 13 से 16 डिग्री सेल्सियस तक है। अगले सप्ताह तक तापमान 6 से 10 डिग्री तक पहुंच सकता है।

वर्तमान में प्रशांत महासागर में अलनीलो-ला नीनो की स्थिति न्यूट्रल है। वहीं आईओडी भी हिंद महासागर में न्यूट्रल है।
इस वजह से नवंबर के शुरुआती दिनों में तापमान का असर ज्यादा नहीं है। आखिरी सप्ताह में सरगुजा संभाग के जिलों में शीत लहर भी चल सकती है।

हिमालय की तरफ वेस्टर्न डिस्टबेंस की एक्टिविटी है। यदि असर रहता है तो उत्तरी हवाएं प्रदेश में आने लगेगी। जिससे ठंड का असर थोड़ा बढ़ सकता है।
सरगुजा में पारा 10 डिग्री से भी नीचे

अंबिकापुर में अधिकतम तापमान 26.9 डिग्री और न्यूनतम तापमान में 9.7 डिग्री तक पहुंच गया है। यहां न्यूनतम तापमान समान्य से 3.6 डिग्री तक कम हो गया है। पेंड्रा, कोरिया और नारायणपुर में अधिकतम तापमान 26.9 और न्यूनतम तापमान 11.7 डिग्री दर्ज किया गया। इसके अलावा दुर्ग का पारा समान्य से 4 डिग्री तक गिर गया है। इसके अलावा रायपुर माना में न्यूनतम तापमान सामान्य से 2.6 डिग्री तक कम हो गया है।
उत्तर से आने वाली ठंडी हवाओं और शुष्क हवाओं का आगमन लगातार जारी है। जिसके कारण न्यूनतम तापमान में लगातार गिरावट बने रहने की संभावना है। प्रदेश का मौसम शुष्क रहेगा। एचपी चंद्रा, विशेषज्ञ, रायपुर मौसम केंद्र

ऐसा रहेगा राजधानी का तापमान

राजधानी में भी तापमान में गिरावट दर्ज किए जा रहे हैं। नवंबर माह में बीते साल से अधिक तापमान गिर चुका है। आने वाले पांच दिनों में बीते तीन साल का रिकार्ड डूटने के आसार हैं। मौसम विभाग के मुताबिक मंगलवार को दिन का 30 डिग्री और रात का तापमान 15 डिग्री तक पहुंच सकता है। दुर्ग जिले में तेजी से पारा गिर रहा है। पहली बार ऐसा देखा गया गया है कि नवंबर माह में न्यूनतम तापमान सामान्य से 4 डिग्री तक कम हो गया है।