पर्यटन, शांति और समृद्धि का एक प्रमुख चालक : जगदीप
September 28, 2024नई दिल्ली । उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा है कि इंडिया, यानी भारत, अब एक पसंदीदा वैश्विक पर्यटन स्थल है। उन्होंने कहा, आध्यात्मिकता, भव्यता और 5,000 वर्षों के सभ्यतागत लोकाचार की भूमि से, पर्यटक पूरे वर्ष सभी मौसमों का अनुभव कर सकते हैं।
श्री धनखड़ ने पिछले दशक में भारत की तेजी से प्रगति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि पर्यटन, देश के आर्थिक विकास का एक इंजन है। उन्होंने कहा कि यह वर्ष 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में ले जाने की महत्वपूर्ण क्षमता रखता है।
नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आज विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर उद्घाटन भाषण देते हुए उपराष्ट्रपति महोदय ने वैश्विक शांति, आर्थिक विकास और सांस्कृतिक आदान-प्रदान को प्रोत्साहन देने में पर्यटन की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया।
उन्होंने कहा कि पर्यटन मानवता के बंधन को जोड़ता है, जिसकी आज के युग में बहुत आवश्यकता है। उन्होंने कहा, पर्यटन शांति के लिए बड़े पैमाने पर योगदान देता है। पूरी दुनिया शांति के लिए तरस रही है और कहीं भी किसी भी तरह की अशांति सभी के लिए दुखदायी है, यह अशांति आपूर्ति श्रृंखलाओं और अर्थव्यवस्थाओं को बाधित कर रही है।
उपराष्ट्रपति महोदय ने पर्यटन को भारत की डिजिटलीकरण क्रांति की सफलता की कहानी का अनुसरण करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, यदि हम वैश्विक मानकों के अनुसार चलते हैं, यदि हम अपने पर्यटक संसाधनों का अनुचित दोहन को रोकने का प्रबंध करते हैं, तो हम तीन समस्याओं का समाधान करेंगे जो पूरी दुनिया के लिए बिल्कुल हमारे डिजिटलीकरण मॉडल की तरह एक मॉडल का उदाहरण बनेंगे।
उन्होंने तीन प्रमुख क्षेत्रों पर प्रकाश डाला जिनका पर्यटन पर प्रभाव पड़ेगा: अर्थव्यवस्था में बड़े पैमाने पर योगदान, कार्यबल को उन्नत करना और रोजगार पैदा करना। उन्होंने कहा, प्रत्येक पर्यटक एक सपना लेकर आता है। वह एक निर्बाध अनुभव चाहता है और हमें यह सुनिश्चित करना चाहिए कि हमारे मानव संसाधन इसे प्रदान करने के लिए कुशल हों।