SECL पर ग्रामीणों ने लगाए गंभीर आरोप
September 25, 2024(कोरबा) एसईसीएल पर ग्रामीणों ने लगाए गंभीर आरोप
- अनुमति 1100 कीकी ले 5 हजार पेड़ काटने लगाया आरोप
- महाप्रबंधक को पत्र लिख लोगों ने रोक लगाने की मांग
कोरबा : सार्वजनिक क्षेत्र के वृहद उपक्रम कोल् इंडिया के अधीन संचालित एसईसीएल बिलासपुर की कोरबा-पश्चिम क्षेत्र में स्थापित खुले मुहाने की गेवरा कोयला परियोजना अंतर्गत एसईसीएल की मेगा परियोजना एसईसीएल-कुसमुंडा डंपिंग क्षेत्र में 1100 पेड़ काटने की अनुमति लेकर 5 हजार पेड़ों की कटाई करने का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने शिकायत की हैं। इस संबंध में ग्रामीणों ने प्रशासन के साथ-साथ कुसमुंडा महाप्रबंधक को अवैध कटाई पर रोक लगाने एक पत्र लिखा हैं।
ग्राम चंद्रनगर के ग्रामीणों ने बताया कि बसाहट के नाम पर डंपिंग क्षेत्र के पेड़ों की कटाई की जा रही है। कोल ट्रांसपोर्टर को लाभ पहुंचाने सड़क का निर्माग भी कराया जा रहा है। डंपिंग क्षेत्र में 20 से 25 साल पहले पौधे लगाए गए थे, जो अब पेड़ बन चुके हैं। आरोप लगाते हुए कहा गया हैं की खदान विस्तार के लिये निजी ठेका कंपनी को फायदा पहुंचाने एसईसीएल बिना अनुमति के ही पेड़ों की कटाई करा रहा है। पिछले 1 साल से इसके लिए अनुमति भी नहीं ली गई है। इससे पर्यावरण को भी नुकसान हो रहा है। पेड़ों को उखाड़ने के साथ मिट्टी में दबा दिया जा रहा है। वन विभाग से एसईसीएल को मात्र 1100 पेड़ों की कटाई करने अनुमति मिली थी। लेकिन 4 से 5 डंपिंग क्षेत्र में पेड़ों की कटाई की जा चुकी है, पेड़ कटाई के बाद वन विभाग अपने डिपो में लकड़ी को ले जाता है, लेकिन यहां पर ऐसा कुछ भी नहीं किया जा रहा है। इस पर रोक नहीं लगाई गई तो हम लोग स्वयं ही रोकेंगे।