लो ब्लड प्रेशर को न करें नजरअंदाज
March 24, 2024लो ब्लड प्रेशर के शुरूआती मामले सामान्य तौर पर कोई नुकसान नहीं पहुंचाते पर इसके लक्षणों का उभरना सतर्क हो जाने का इशारा हो सकता है। ऐसे में तत्काल डॉक्टर से संपर्क करना चाहिये।
चक्कर आना या सिर घूमना। चक्कर खाकर गिर जाना। एकाग्रता में कमी होना। धुंधला दिखाई देना, उल्टी आने का अहसास होना, त्वचा का ठंडा पड़ जाना, त्वचा का चिपचिपा या पीला पड़ जाना, सांस का असामान्य होना, अधिक थकान का अनुभव होना। भोजन और जीवनशैली में परिवर्तन, इस समस्या के संदर्भ में बड़ी राहत दे सकता है।
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इस प्रकार के उपाय करें
पानी भरपूर मात्रा में पीएं। इससे रक्त की मात्रा में वृद्धि होती है तथा डिहाइड्रेशन से लडऩे में मदद मिलती है
लंबे समय तक खड़े रहने या बैठने के बाद उठने पर यदि आपको समस्या होती है, तो उठने की गति को नियंत्रित करें। सुबह सोकर उठते समय तेजी से उठने की जगह पहले लेटे-लेटे कुछ गहरी सांसें लीजिए, फिर धीरे से बैठिए और फिर खड़े होइए। सोते समय सिर को थोडा ऊंचा रखना भी काफी मदद करेगा।
अपने डॉक्टर के मार्गदर्शन से व्यायाम को नियमित रूप से अपनाइए।
भोजन को छोटे-छोटे कई टुकड़ों में बांटकर खाइए।
आलू, चावल, पास्ता, नूडल्स और ब्रैड जैसे हाई कार्बोहाइड्रेट फूड का सेवन कम से कम करें।
शराब का सेवन न करें।
चाय या कॉफी का सेवन लाभ दे सकता है लेकिन इसकी मात्रा को लेकर डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।
व्हाइट फली, सादा दही, कीवी फ्रूट, आड़ू, केला, लाल शिमला मिर्च, ब्रोकली, शकरकंद, क्विनोआ, एवोकाडो आदि इस समस्या में फायदेमंद होगें।
मन पर रखें नियंत्रण
मन और शरीर में चलने वाली उथल-पुथल का असर स्वास्थ्य पर पडऩा बहुत स्वाभाविक है। लो ब्लड प्रेशर के पीछे भी इसी तरह के कारण हो सकते हैं। ऐसे में जीवनशैली और खानपान में सुधार तथा अन्य तरह से सतर्कता रखकर बहुत हद तक इस समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है। ब्लड प्रेशर का लो होना या हाइपोटेंशन की तकलीफ का मतलब है रक्त के दबाव का 90/60 से भी कम होना। यूं सामान्य तौर पर थोड़ा-बहुत या बिना लक्षणों के ब्लड प्रेशर का लो हो जाना कोई समस्या पैदा नहीं करता लेकिन यदि इसके लक्षण स्पष्ट नजर आने लगें और बार-बार यह तकलीफ उभरने लगे, तो यह किसी अंदरूनी समस्या की ओर इशारा हो सकता है।