महासमुंद के कुछ ग्राम पंचायतों के 402 परिवारो ने दीपावली नही मनाने का निर्माण किया है
October 22, 2022महासमुंद ,22 अक्टूबर । जिला महासमुन्द के कुछ ग्राम पंचायत लोहारडीह आश्रित गांव घोघीबाहरा बंजारी, उलटकोडार, आमाझोला, पेंड्रीडीह, साथ ही ग्राम पंचायत नवागांव के आश्रित गांव ओडार के 402 परिवार आदिवासी और अन्य परम्परागत रूप से मूलनिवासी है। जो कि आप को बताना चाहियेंगे कि हम लोग कोडार बांध के अगल-बगल बसे और मुख्य रूप से विस्थापित परिवार से है। जो इस क्षेत्र में लगभग दो पीडी से निवासरद्व है, और सबलोग पास के जंगल, जंगीन में खेती किसानी कर जीवन यापन कर रहे हैं, साथ ही अन्य मजदूरी भी करते है।
कोडार से निकले बहुत सारे गांव व अन्य गांव को वनअधिकार अधिनियम 2002 के अनुसार व्यक्तिगत पट्टा जारी कर दिया गया है, लेकिन अन्य गांव जो उपर विवरण है, को जारी नहीं किया गया है। जिसके कारण हमें हर वर्ष उत्पादित धान को वनअधिकार पत्र नहीं होने के कारण कोचिया या दुकान दार के पास मलतह 10 से 12 रूपया के दर से बेचना पड़ता है। जिसके कारण हमें बहुत सारी समस्यों का समाना करना पड़ता है। मुख्यता हम मजदूरी वस एक वर्ष के खर्च के लिए पैसा प्रयाप्त नही होता।
कारणवस हम लोगो को पलायण कर आस पास के राज्यों में गुजर-बसर करना पड़ता है। साथ ही इस कारण हमारे बच्चों का पढ़ाई लिखाई बौद्धिक विकास रूक जाता है। अंतातः ग्रामीणों अपनी मांगे तत्काल पुरी करने कही जा रही हैं। मांग पूरा नही होने पर दीपावली नही मनाने की निर्णय लिया है और अपने अपने घरों में सभी परिवार में अंधेरा में रहेगें।
1. वनअधिकार पट्टा तत्काल जारी नहीं करते है तो हमारे लिए धान खरिदी नामांकन करने कि तत्काल व्यवस्था करें।
2. जिस प्रकार महासमुन्द जिला के कुछ गांव में वनअधिकार अधिनियम 2006 को सरलता से लागू किया गया था, उसी प्रकार हमारे लिए भी लागू किया जाय, न कि हमारे लिए 75 वर्षो का सबुत
3. महासमुन्द ब्लॉक के ग्राम पंचायत नवागांव के आश्रित गांव ओडार में प्राथमिक शाला को स्थापित किया जाय। 4. नवागांव के 35 खैरवार परिवारों का रोजगार गारंटी का बकाया पैसा तुरंत दिलाया जाय। 5. ग्राम पंचायत लोहारडीह का ग्राम सभा द्वारा वनअधिकार पत्र वितरण करने में ग्राम सभा राजी है. उसे प्राशांनिक स्तर पर भी वनअधिकार ब्लॉक स्तरीय कमिटि और जिला स्तरीय कमिटि उसे गंभीरता से ले।