ग्राम ठाकुरटोला में समेकित क्षेत्रीय केंद्र के नए भवन का लोकार्पण 21 को

ग्राम ठाकुरटोला में समेकित क्षेत्रीय केंद्र के नए भवन का लोकार्पण 21 को

February 20, 2024 Off By NN Express

राजनांदगांव । सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्री भारत सरकार डॉ. वीरेंद्र कुमार एवं सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री भारत सरकार ए. नारायणस्वामी द्वारा 21 फरवरी 2024 को दोपहर 1 बजे राजनांदगांव विकासखंड के ग्राम ठाकुरटोला में नवनिर्मित दिव्यांगजन कौशल विकास, पुनर्वास और सशक्तिकरण समेकित क्षेत्रीय केन्द्र (सीआरसी) के नए भवन का वर्चुअल माध्यम से लोकार्पण किया जाएगा। 

नया भवन 32 करोड़ रूपए की लागत से दो मंजिला बना है। नये भवन में दिव्यांगजनों के लिए सारी सुविधाओं का ध्यान रखा गया है। इस अवसर सांसद संतोष पांडे, एनआईईपीआईडी सिकंदराबाद के कार्यवाहक निदेशक मेजर बीवी राम कुमार विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे। इस दौरान हितग्राहियों को सहायक उपकरण हियरिंग एड, टीएलएम किट, गतिशीलता उपकरण, व्हील चेयर सहित अन्य उपकरण प्रदान किए जाएंगे। कार्यक्रम में अन्य जनप्रतिनिधि, सीआरसी के अधिकारी-कर्मचारी, दिव्यांगजन, पालकगण, नागरिकगण उपस्थित रहेंगे।

निर्देशक सीआरसी राजनांदगांव स्मिता महोबिया ने बताया कि दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय भारत सरकार द्वारा दिव्यांगजन कौशल विकास, पुनर्वास और सशक्तिकरण समेकित क्षेत्रीय केंद्र राजनांदगांव (सीआरसी) की स्थापना 25 जून 2016 को की गई थी। यह राष्ट्रीय बौद्धिक दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण संस्थान (एनआईईपीआईडी) सिकंदराबाद के प्रशासनिक नियंत्रण में कार्य कर रहा है। समेकित क्षेत्रीय केंद्र दिव्यांगजनों के अधिकार अधिनियम 2016 में उल्लेखित सभी 21 प्रकार के दिव्यांगजनों को पुनर्वास और विशेष शिक्षा सेवाएं प्रदान करता हैं और बहुत से गतिविधियों का संचालन करके शैक्षणिक सेवाएं भी प्रदान करता है। जिसमें अल्पकालिक प्रशिक्षण कार्यक्रम, अभिभावक प्रशिक्षण कार्यक्रम, जागरूकता कार्यक्रम और विशेष शिक्षा (बौद्धिक दिव्यांगता) में एक दीर्घकालिक डिप्लोमा पाठ्यक्रम संचालित है।

समेकित क्षेत्रीय केंद्र राजनांदगांव वर्तमान में दिव्यांगजनों के लिए विभिन्न सेवाएं प्रदान करता है। जिसमें प्रारंभिक पहचान और हस्तक्षेप, व्यावसायिक चिकित्सा, फिजियोथेरेपी, शारीरिक चिकित्सा और पुनर्वास, मनोवैज्ञानिक हस्तक्षेप, प्रोस्थेटिक्स और ऑर्थोटिक्स, वाक्, भाषा और श्रवण जांच, विशेष शिक्षा, कौशल प्रशिक्षण, व्यावसायिक प्रशिक्षण, सामाजिक कार्य, प्लेसमेंट, दूरस्थ सेवाएं, मानव संसाधन विकास, अनुसंधान एवं विकास, किरण मानसिक स्वास्थ्य हेल्पलाइन (एमएचआरएच) छत्तीसगढ़ राज्य के लिए सीआरसी राजनांदगांव द्वारा संचालित की जाती है। इसके अलावा बौद्धिक दिव्यांजनों को शारीरिक दिव्यांगता के अनुरूप सहायक उपकरण कृत्रिम अंग, बैसाखी, व्हील चेयर आदि और शिक्षण एवं शिक्षण सामग्री (टीएलएम) किट सहित सहायक उपकरणों का नियमित  वितरण एडीआईपी योजना के तहत नि:शुल्क किया जाता हैं। श्रवण बाधित व्यक्तियों के लिए कान के पीछे में लगाने वाली श्रवण यंत्र प्रदान की जाती हैं ।

नये भवन की अन्य मुख्य विशेषताएं :

छत्तीसगढ़ शासन की ओर से समेकित क्षेत्रीय केंद्र राजनांदगांव का नया भवन ग्राम पंचायत ठाकुरटोला में 32 करोड़ रूपए की लागत से 4151.38 वर्ग मीटर भूमि में निर्मित किया गया है। यह भवन 2 मंजिलों में बहुत अधिक सुविधाओं के साथ बनाई गई है। इमारत को सभी प्रकार के दिव्यांगजनों की जरूरतों को पूरा करने के लिए सभी सार्वभौमिक सुलभ सुविधाओं के साथ डिजाइन किया गया है। हाथ की रेलिंग के साथ रैंप और सीढिय़ां, ब्रेल साइनेज बोर्ड, पीले रंग के स्पर्शनीय नालीदार टाइल वाले फर्श। गलियारे की चौड़ाई सामान्य से अधिक रखी गई है और दोगुनी ऊंचाई की रेलिंग लगाई गई है, ताकि बौने दिव्यांगजनों के साथ-साथ विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए भी स्वतंत्र रूप से चलना सुविधाजनक हो। 

दिव्यांगजनों की गोपनीयता बनाए रखने के लिए सुलभ शौचालयों को कम ऊंचाई और आसान लॉकिंग सिस्टम के साथ तय किया गया है। मुख्य प्रवेश द्वार के पास दिव्यांग व्यक्तियों के लिए सुलभ पार्किंग सुनिश्चित की गई है। इस सेवाओं के लिए सीआरसी राजनांदगांव में आने वाले दिव्यांग व्यक्तियों को बेहतर सुविधा प्रदान करने के लिए इस भवन में हरियाली वाले लॉन और उद्यान हैं। भवन परिसर में सौर प्रणाली और वर्षा जल संचयन प्रणाली का प्रस्ताव है। इमारत आधुनिक अग्नि सुरक्षा सेंसर और अग्नि सुरक्षा उपकरणों से भी सुसज्जित है। सीआरसी कैंपस में सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में रहेगा और इस भवन में इंटरनेट लीज्ड लाइन सुविधा उपलब्ध होगी, जो तेज और विश्वसनीय ऑनलाइन संचार में मदद करेगी और हमें वर्चुअल प्रशिक्षण के साथ-साथ टेली-पुनर्वास सेवाएं प्रदान करने में सक्षम बनाएगी। यह भवन दिव्यांगजनों के लिए पूरी तरह से बाधा रहित है और इसे दिव्यांगजनों के लिए अत्याधुनिक केंद्र बनाने के लिए सभी आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है।