लाखों टन कोयला हर महीने हो रहा गायब, SECL की कार्यप्रणाली पर उठ रहे सवाल

लाखों टन कोयला हर महीने हो रहा गायब, SECL की कार्यप्रणाली पर उठ रहे सवाल

February 16, 2024 Off By NN Express

रायगढ़,16 फरवरी । एसईसीएल जामपाली में लाखों टन कोयले के गायब होने का मामला सामने आया है। इसकी जांच के लिए युवा नेता रजनीकांत तिवारी ने एसईसीएल जामपाली के सीएमडी को पत्र लिखा है जिसमें उन्होंने पहले भी इस मामले की शिकायत का जिक्र किया है। लेकिन इस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। रजनीकांत ने फिर से पत्र लिखकर इस मामले की जांच कर उचित कार्रवाई करने की मांग की है। बता दें कि, काले हीरे के गढ़ कहे जाने वाले घरघोड़ा क्षेत्र में कोयले के चौकीदार ही अफरा तफरी में मशगुल दिखाई पड़ रहे है जिसको लेकर युवा नेता रजनीकांत तिवारी ने चेतावनी भरे लहजे में एसईसीएल के सीएमडी को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की है।

कांग्रेस के नेता रजनीकांत तिवारी ने बताया कि, कोयला ग्रेड जी 15 का ऑनलाइन देखने पर स्टॉक 1 लाख टन से ज्यादा का उपलब्ध दिख रहा है लेकिन धरातल पर जामपाली के लोडिंग पॉइंट पर कोयला हैं ही नहीं जिससे कोयले का उठाव नहीं हो पा रहा और डीओ धारकों का कोयला भी लेप्स हो रहा है। यहाँ बड़ा सवाल है कि, ज़ब ऑनलाइन स्टॉक शो किया जा रहा है तो स्पॉट से कोयला कहां गायब हो गया? निश्चित तौर पर एसईसीएल के अंदर के लोग ही कोयले की अफरा तफरी कर शासन को लाखों करोड़ों का चूना लगाने में लगे है जिसकी सूक्ष्म जाँच की महती आवश्यकता है और इस संबंध में जाँच कर कार्यवाही के लिए सीएमडी को पत्र लिखकर मांग की गयी है।

युवा नेता ने बताया कि पहले भी इस तरह कोयले के खान में एसईसीएल के अंदर के अधिकारी कर्मचारियों की मिलीभगत से हो रहे अफरा तफरी की शिकायत की गयी थी और कार्यवाही के अभाव में आज इनकी हिमाकत यहाँ तक. पहुंच गयी की ये ऑनलाइन में झूठा स्टॉक दिखा रहे और स्टॉक के कोयले की अफरा तफरी कर लोडिंग पॉइंट में अलग खेल रच रहे।

कार्रवाई नहीं तो होगा उग्र आंदोलनः रजनीकांत

लाखों टन काले हीरे की अफरा तफरी कर स्पॉट पर काल्पनिक कमी पैदा करने और शासन को भ्रमित करने ऑनलाइन स्टॉक दिखा कर अपनी जेबे भरने वालो पर यदि शिकायत के बाद भी कार्रवाई को लेकर उदासीनता दिखी तो एस ई सी एल जामपाली में एक बड़ा और निर्णायक आंदोलन होगा। युवा नेता रजनीकांत के आंदोलन की धमकी और लाखो टन कोयले की अफरा तफरी पर एस ई. सी एल क्या रुख अख्तियार करता है ये देखने वाली बात होगी।